ETV Bharat / city

छोटी काशी मंडी में आज से शुरू हो रहा अंतरराष्‍ट्रीय शिवरात्रि महोत्सव, जानें क्या है इतिहास

author img

By

Published : Mar 1, 2022, 7:35 PM IST

Updated : Mar 2, 2022, 10:35 AM IST

अंतर्राष्ट्रीय शिवरात्रि महोत्सव (INTERNATIONAL SHIVARATRI FESTIVAL) मंडी का आगाज होने जा रहा है. प्रशासन ने तमाम इंतजाम पूरे कर लिए हैं. मंडी में शिवरात्रि महोत्सव प्राचीन काल से मनाया जा रहा है. पूरे सात दिन तक छोटी काशी मंडी में सिर्फ भोले की जयकार सुनाई देती है. तो आइए जानते हैं अंतर्राष्ट्रीय शिवरात्रि महोत्सव के इतिहास के बारे में...

INTERNATIONAL SHIVARATRI FESTIVAL
मंडी अंतर्राष्ट्रीय शिवरात्रि महोत्सव.

मंडीः अंतर्राष्ट्रीय शिवरात्रि महोत्सव मंडी हमारी सांस्कृतिक विरासत है, जिसे सदियों से मंडी ने सहेज कर रखा है. एक सप्ताह तक छोटी काशी मंडी भोले नाथ की भक्ति में लीन हो जाती है. छोटी काशी में शिव के लगभग 81 मंदिर हैं. इन सभी मंदिरों में भोले का शृंगार किया जाता है. सात दिन तक हर तरफ भोले की जयकार ही सुनाई देती है. मंडी में शिवरात्रि महोत्सव प्राचीन काल से मनाया जा रहा है. इस बात को लेकर अभी तक इतिहासकार, देव गुरु और कारदार एकमत नहीं हैं कि शिवरात्रि महोत्सव की शुरुआत कैसे हुई.

ये है इतिहास- कुछ लोगों का मानना है कि 1788 में मंडी रियासत के राजा ईश्वरीय सेन कांगड़ा के महाराजा संसार चंद की कैद में थे. शिवरात्रि के कुछ ही दिन पहले वे लंबी कैद से मुक्त होकर स्वदेश लौटे थे. इसी खुशी में स्थानीय लोग अपने देवताओं के साथ राजा की हाजिरी भरने मंडी नगर में पहुंचे गए. राजा की रिहाई और शिवरात्रि का लोगों ने मंडी में एकसाथ जश्न मनाया. इसी जश्न के साथ मंडी शिवरात्रि की शुरुआत हो गई.

मंडी अंतर्राष्ट्रीय शिवरात्रि महोत्सव.

इसके अलावा कुछ लोगों का मानना है कि साल में एक बार शिवरात्रि पर पूरे नगर के लोग मंडी में राजा से मिलने पहुंचते थे. यहीं पर ही राजा को पूरे साल का लेखा-जोखा दिया जाता था और शिवरात्रि भी मनाई जाती थी. ये परंपरा धीरे-धीरे आगे बढ़ती रही और आज ये शिवरात्रि महोत्सव के नाम से जानी जाती है. मंडी शिवरात्रि की शुरुआत कैसे शुरू हुई इसकी जानकारी तो नहीं है, लेकिन ये सच है कि शिवरात्रि महोत्सव का मंडी रियासत के राज परिवार के साथ गहरा नाता है. 18वीं सदी में राजा सूरज सेन ने माधव राय को राजपाठ सौंप दिया था और खुद सेवक बन गए थे. माधव राय को विष्णु भगवान का रूप माना जाता है.

माधव राय की पालकी के साथ मंडी में शुरू होती है शिवरात्रि- जब तक मंडी शहर के राज देव माधव राय की पालकी नहीं निकलती तब तक शिवरात्रि महोत्सव की शुरुआत नहीं होती. माधव राय मंदिर से भूतनाथ मंदिर तक माधव राय की भव्य जलेब यानी पालकी निकलती है. भूतनाथ मंदिर में शिव भगवान को शिवरात्रि का न्यौता दिया जाता है. माधव राय की जलेब में चुनिंदा देवी-देवताओं के रथों के अलावा होमगार्ड के साथ पुलिस बैंड, घुड़सवार और स्कूली बच्चों की परेड भी शामिल होती है. इसके अलावा कमरुनाग देव के मंडी आने पर ही शिवरात्रि महोत्सव के सारे काम शुरू होते हैं. कमरूनाग ही शिवरात्रि महोत्सव में सबसे पहले पधारते हैं.

INTERNATIONAL SHIVARATRI FESTIVAL
छोटी काशी मंडी में देवताओं की जलेब.

देवताओं की अनुमति बाद शुरू होता है शिवरात्रि महोत्सव- शिवरात्रि महोत्सव को लेकर एक मान्यता यह भी है कि यह एक ऐसा महोत्सव है जिसमें शैव, वैष्णव और लोक देवता का संगम होता है. शैव भगवान शिव, वैष्णव भगवान श्री कृष्ण और लोक देवता देव कमरूनाग को कहा गया है. इन तीनों की अनुमति के बाद ही मंडी का शिवरात्रि महोत्सव शुरू होता है.

मेले में पहुंचते हैं 200 से अधिक देवता- इसके अलावा शिवरात्रि में पूरे मंडी जनपद के करीब 216 देवी-देवताओं को न्यौता भेजा गया है. पूरे हफ्ते देवता एक दूसरे से मिलते हैं. सबसे खास बात ये है कि सभी देवताओं को राज माधव राय के दरबार में हाजिरी भरनी ही पढ़ती है. दूर-दूर से आए देवता अपने तय स्थानों पर बैठते हैं. शिवरात्रि महोत्सव में तीन बार देवता की जलेब निकाली जाती है.

पूरा सप्ताह सांस्कृति संध्याओं, लोक नृत्यों का आयोजन किया जाता है. पहले शिवरात्रि महोत्स की सारी बागड़ोर राज परिवार के हाथ में होती थी. राजाओं के राज समाप्त हुए और आज इसकी बागडोर जिला प्रशासन के पास आ गई है. जिला प्रशासन ही मंडी शिवरात्रि महोत्सव की पूरी जिम्मेदारी संभालता है.

मुख्यमंत्री करेंगे महोत्सव का शुभारंभ- मंडी डीसी अरिंदम चौधरी ने बताया कि सीएम जयराम ठाकुर पड्डल मैदान में बुधवार दोपहर को शिवरात्रि महोत्सव का आगाज करेंगे. इसके बाद भव्य शोभायात्रा निकाली जाएगी. इस बार शिवरात्रि महोत्सव में 6 के बजाय 7 सांस्कृतिक संध्याओं का आयोजन किया जाएगा. 8 मार्च को राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर इस महोत्सव का समापन करेंगे.

ये भी पढ़ें: छोटी काशी मंडी में महाशिवरात्रि पर लघु जलेब के साथ विशाल हवन का आयोजन

ये भी पढ़ें: Mandi Shivratri Fair: छोटी काशी मंडी पहुंचे बड़ा देव कमरुनाग, लोगों ने किया भव्य स्वागत

हिमाचल प्रदेश की विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ETV BHARAT APP

Last Updated :Mar 2, 2022, 10:35 AM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.