धर्मशाला: कोरोना काल के बाद स्कूल खुल चुके हैं और स्कूलों में बच्चे पहुंच रहे हैं आज से 10वीं की सीबीएसई परीक्षाएं (CBSE Exams) शुरू हो गई हैं. जिसमें सभी बच्चे परीक्षा देने आए थे, लेकिन एक छात्रा रेनबो इंटरनेशनल स्कूल (Rainbow International School) धर्मशाला में परीक्षा भवन में जाने के लिए रोती बिलखती रही, क्योंकि इस बच्ची के पास एडमिट कार्ड नहीं था. जिसमें इस बच्ची की कोई गलती नहीं थी, क्योंकि एक ही क्लास में एक ही नाम से दो लड़कियां पढ़ती थी और दोनों के नाम ही वंशिका है.
फर्क सिर्फ मां बाप के नाम में है, क्योंकि इनमें से एक वंशिका (Vanshika) स्कूल छोड़कर मुंबई जा पहुंची है. उसके बाद दूसरी वंशिका का एडमिट कार्ड पहुंचना चाहिए था, लेकिन वह नहीं पहुंचा जो स्कूल में पढ़ती ही नहीं है उस बच्ची का एडमिट कार्ड स्कूल में पहुंच गया. इससे पहले भी कई बार इस बच्ची को बोला गया कि आप एग्जाम नहीं दे सकते. उसके बाद आज जब एग्जाम देने भी छात्रा रेनबो इंटरनेशनल स्कूल (Rainbow International School) पहुंची तो इसे अंदर जाने नहीं दिया और छात्रा रोती बिलखती अध्यापकों के साथ उलझ गई.
वहीं, मौके पर छात्रा के परिजन और अन्य लोग भी इक्ठ्ठा हो गए. जिसके बाद स्कूल की ओर से मामले को निपटाने की बात कही गई, लेकिन बच्चों के भविष्य के साथ इस तरह का खिलवाड़ प्राइवेट स्कूल कर रहे हैं तो इन प्राइवेट स्कूलों में बच्चों का भविष्य क्या होगा यह आपको भी अंदाजा लगा सकते हैं, क्योंकि इतनी बड़ी भूल स्कूल प्रबंधन द्वारा कैसे हुई. वहीं, स्कूल मैनेजमेंट (School Management) से जब बात हुई तो उन्होंने बताया कि वंशिका का रोल नम्बर आ गया है और डरने वाली कोई बात नहीं है.
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