ETV Bharat / city

Sawan Somwar 2022: भगवान शिव का एक ऐसा धाम जहां मौजूद है स्फटिक शिवलिंग

author img

By

Published : Jul 25, 2022, 4:00 AM IST

सोलन से करीब सात किलोमीटर की दूरी पर जटोली शिव मंदिर स्थित है. दक्षिण-द्रविड़ शैली में बने इस मंदिर को बनने में करीब 39 साल का समय लगा था. शिव भक्तों (Sawan Somwar 2022) में इस मंदिर को लेकर गहरी आस्था देखने को मिलती है. यहां दूर-दूर से श्रद्धालु दर्शन-पूजन (jatoli shiv mandir solan) के लिए आते हैं.

Sawan Somwar 2022
भगवान शिव का एक ऐसा धाम जहां मौजूद है स्फटिक शिवलिंग

सोलन: आज सावन का दूसरा सोमवार है, जो शिवभक्तों के लिए खास है. आज हम आपको ले चलते हैं जिला सोलन के जटोली शिव मंदिर में जहां शिव भक्त हर क्षण अपने भोले नाथ के होने की अनुभूति करते हैं. सोलन से करीब सात किलोमीटर की दूरी पर जटोली शिव मंदिर स्थित है. दक्षिण-द्रविड़ शैली में बने इस मंदिर को बनने में करीब 39 साल का समय लगा था. शिव भक्तों में इस मंदिर को लेकर गहरी आस्था देखने को मिलती है. यहां दूर-दूर से श्रद्धालु दर्शन-पूजन के लिए आते हैं.

जटोली शिव मंदिर को एशिया का सबसे ऊंचा शिव मंदिर माना जाता है. मंदिर का गुंबद 111 फीट ऊंचा है, मंदिर के ऊपर 11 फीट ऊंचे स्वर्ण कलश की स्थापना भी की गई है, जिस कारण अब इसकी ऊंचाई 122 फीट आंकी जाती है. मान्यता है कि पौराणिक समय में भगवान शिव ने यहां पर कुछ समय बिताया था. कहा जाता है कि सोलन के लोगों को पानी की समस्या से जुझना पड़ा था. जिस देखते हुए स्वामी कृष्णानंद परमहंस ने भगवान शिव की घोर तपस्या की और त्रिशूल के प्रहार से जमीन से पानी निकाला. तब से लेकर आज तक जटोली में पानी की समस्या नहीं है. लोग इस पानी को चमत्कारी मानते हैं. मान्यता है कि इस जल में किसी भी बीमारी को ठीक करने के गुण हैं.

मंदिर के पुजारी भूपेन्द्र दत्त शास्त्री के (Sawan Somwar 2022) अनुसार मंदिर में स्फटिक शिवलिंग मौजूद है. यह मंदिर आम शिवलिंग से अलग है, जो कि दुनिया के कुछ ही मंदिरों में पाया जाता है. शिवपुराण में पारद को भगवान शिव का वीर्य कहा गया है. पारद (jatoli shiv mandir solan) का शिव से साक्षात संबंध होने से इसका अपना अलग ही महत्व है.

सावन सोमवार व्रत में शिवलिंग पर करें ये 7 चीजें अर्पित

  • सावन सोमवार के दिन शिवलिंग पर दूध अर्पित करने से आरोग्य का वरदान मिलता है
  • दही से भोलेनाथ का अभिषेक करने पर जीवन में स्थिरता आती है. परिवार में तालमेल बना रहता है.
  • महादेव को घी अर्पित करने से ऊर्जावान रहने में मदद मिलती है. वंश में वृद्धि होती है.
  • शिव पूजा में अक्षत का बहुत महत्व है. कच्चे चावल शिवलिंग पर चढ़ाने से धन-संपत्ति में बढ़ोत्तरी होती है.
  • सफेद आंक को मदार का फूल भी कहा जाता है. मान्यता है कि शिवलिंग पर ये पुष्प चढ़ाने से शिव जी को शांति मिलती है. मनुष्य को मोक्ष की प्राप्ति होती है.
  • सोमवार की पूजा में शिवलिंग का सफेद चंदन से जरूर श्रृंगार करें. इससे व्यक्तित्व आकर्षक होता है. मान-सम्मान मिलता है.

महादेव का चीनी से अभिषेक करने से घर में सुख शांति बनी रहती है और रिश्तों में मिठास घुलती है.

Disclaimer: ईटीवी भारत किसी भी मान्यता की पुष्टि नहीं करता है.

ये भी पढ़ें- Sawan Month 2022: सावन का पहला सोमवार आज, जानें भोलेनाथ ने यहां क्यों खोला था त्रिनेत्र

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.