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सरकार से आर-पार की लड़ाई का ऐलान, 12 जून को शाहाबाद में होगी किसानों की महापंचायत

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Published : Jun 10, 2023, 8:58 PM IST

Updated : Jun 10, 2023, 9:35 PM IST

Kisan Mahapanchayat in Shahabad
यमुनानगर में भारतीय किसान यूनियन

कुरुक्षेत्र के शाहबाद में हुए लाठीचार्ज को लेकर किसानों में भारी रोष है. जिसको लेकर किसान सरकार से आर-पार की लड़ाई लड़ने की रणनीति बना रहे हैं. आगे की रणनीति बनाने के लिए 12 जून को पीपली में किसान महापंचायत (Kisan Mahapanchayat in Shahabad) होगी.

यमुनानगर: 6 जून को कुरुक्षेत्र शाहाबाद में किसानों पर हुए लाठीचार्ज को लेकर किसानों में रोष है. जिसको लेकर अब किसान बड़ी रणनीति बनाने में जुट गए हैं. 12 जून को कुरुक्षेत्र के पीपली में किसान महापंचायत का आयोजन किया जा रहा है. इस महापंचायत में किसान भारी संख्या में पहुंचेंगे. इसको लेकर भारतीय किसान यूनियन टिकैत ग्रुप ने बैठक की और किसानों से महापंचायत में पहुंचने की अपील की.

शनिवार को यमुनानगर में भारतीय किसान यूनियन के जिला अध्यक्ष सुभाष गुर्जर के निवास पर कार्यकारिणी की एक महत्वपूर्ण बैठक हुई. बैठक की अध्यक्षता जयपाल चमरोडी ने की. इस दौरान बैठक में प्रदेश उपाध्यक्ष प्रदीप नगला मौजूद रहे. जिला अध्यक्ष सुभाष गुर्जर ने कहा कि 6 जून को सूरजमुखी फसल पर एमएसपी मांग को लेकर अहंकारी और तानाशाही सरकार ने किसानों पर बर्बरतापूर्ण लाठियां बरसाई.

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इस दौरान सुभाष गुर्जर ने कहा कि किसानों पर हुए लाठीचार्ज की निंदा पूरे देश में की गई. उसी को लेकर 12 जून को पीपली अनाज मंडी में एक किसान महापंचायत होने जा रही है. जिसमें लाखों किसान इकट्ठे होगे. भारतीय किसान यूनियन राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश टिकैत सहित संयुक्त किसान मोर्चा के नेता भी शामिल होंगे.

सुभाष गुर्जर ने कहा कि लाठियां बरसाकर किसान नेताओं को जेल में डाल दिया गया है. यह सरकार अंग्रेजों की सरकार को भी पीछे छोड़ गई है. उन्होंने कहा कि इतिहास गवाह है, कि जिस सरकार ने किसानों के साथ विश्वासघात किया. वह दोबारा सत्ता में नहीं आई. उन्होंने कहा कि यह सरकार किसान-मजदूर को बिल्कुल बर्बाद करना चाहती है. ताकि यह किसान मजदूर अंबानी और अडानी के यहां मजदूरी करें.

उन्होंने कहा कि सरकार की नीति और नियत में खोट है और 12 जून को संयुक्त किसान मोर्चा के नेता कड़ा फैसला लेकर सरकार से आर-पार की लड़ाई लड़ेंगे. आने वाले समय में इनके विधायकों और सांसदों को किसी गांव में घुसने नहीं दिया जाएगा. साल 2024 में किसानों पर लाठीचार्ज के गंभीर परिणाम सरकार को भुगतने पड़ेंगे.

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Last Updated :Jun 10, 2023, 9:35 PM IST
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