पेटीएम अनलॉक करने का झांसा देकर ठगे रुपये, मोबाइल में एनीडेस्क डाउनलोड कराकर की वारदात

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Published : May 27, 2023, 3:54 PM IST

cyber fraud in rohtak

रोहतक में साइबर बदमाशों (cyber fraud in rohtak) ने ऑनलाइन शॉपिंग और पेटीएम अनलॉक करने का झांसा देकर साइबर ठगी की 2 वारदात को अंजाम दिया है. पुलिस ने पीड़ितों की रिपोर्ट पर केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.

रोहतक: रोहतक में साइबर ठगी के दो मामले सामने आए हैं. साइबर बदमाशों ने झांसा देकर रोहतक के दो लोगों के बैंक अकाउंट से रुपये निकाल लिए. पीड़ितों की रिपोर्ट पर पुलिस ने रोहतक में साइबर ठगी का केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है. शहर की संजय कॉलोनी का एक टायर व्यापारी फेसबुक पर दिए गए विज्ञापन के जरिए ड्राईफ्रूट खरीदने के चक्कर में साइबर ठगी का शिकार हो गया. वहीं राम नगर काठमंडी निवासी महावीर प्रसाद को पेटीएम अनलॉक करने का झांसा देकर बदमाशों ने ठगी का शिकार बना दिया.


जानकारी के अनुसार संजय कॉलोनी निवासी काले सिंह टायर का व्यापारी है. उन्होंने फेसबुक पर बिग बाजार का ड्राई फ्रूट्स का विज्ञापन देखा था. इस पर उन्होंने क्लिक कर पंजाब नेशनल बैंक के डेबिट कार्ड का नंबर डाला. इस पर व्यापारी के मोबाइल फोन नंबर पर बिग बाजार का एक लिंक आया. जब उन्होंने इस लिंक पर क्लिक किया तो पहले उनके बैंक अकाउंट से 24 हजार 837 रुपये निकलने का मैसेज आया.

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इसके कुछ देर बाद उन्हें बैंक अकाउंट से दोबारा 24 हजार 837 रुपये निकाले जाने का एक और मैसेज मिला. इस प्रकार उनके बैंक अकाउंट से कुल 49 हजार 674 रुपये निकाल लिए गए. काले सिंह ने रोहतक सिटी पुलिस स्टेशन में इसकी शिकायत दी. जिसके आधार पर इस संबंध में भारतीय दंड संहिता की धारा 420 के तहत केस दर्ज किया गया.



वहीं रोहतक में साइबर ठगी का एक और मामला सामने आया है. साइबर ठगों ने राम नगर काठमंडी निवासी एक व्यक्ति के साथ पेटीएम अकाउंट को अनब्लॉक करने का झांसा देकर ठगी कर ली. साइबर ठग ने पीड़ित व्यक्ति और उसकी पत्नी के अकाउंट से कुल 94 हजार 999 रुपये निकाल लिए. रोहतक शिवाजी कॉलोनी पुलिस स्टेशन में शुक्रवार देर रात को इस संबंध में केस दर्ज किया गया है.

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पीड़ित महावीर प्रसाद का पेटीएम अकाउंट ब्लॉक हो गया था. इस पर उन्होंने अपना अकाउंट अनब्लॉक कराने के लिए 2 मोबाइल फोन नंबर पर बात की. दूसरी ओर से बात करने वाले व्यक्ति ने खुद को पेटीएम कस्टमर केयर का कर्मचारी बताते हुए उनके मोबाइल फोन में एनीडेस्क ऐप डाउनलोड कराकर महावीर प्रसाद और उसकी पत्नी शशि गुप्ता की निजी जानकारी हासिल कर ली.

इसके बाद महावीर प्रसाद के सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया के अकाउंट से 19 हजार 999 रुपये और उसकी पत्नी शशि गुप्ता के अकाउंट से 75 हजार रुपये निकाल लिए. ठगी का पता चलने पर महावीर प्रसाद ने नेशनल साइबर क्राइम पोर्टल पर इसकी शिकायत करने के साथ ही रोहतक शिवाजी कॉलोनी पुलिस स्टेशन में शिकायत दी. पुलिस ने शिकायत के आधार पर भारतीय दंड संहिता की धारा 420 के तहत केस दर्ज कर लिया है.

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