रेवाड़ी: जिले के नागरिक अस्पताल में एक्स-रे मशीन बंद होने की वजह से मरीजों को दुसरे अस्पताल में जाना पड़ रहा है. गौरतलब है कि इस एक्स-रे मशीन के लिए ढाई लाख रुपये मेंटिनेंस पर खर्च भी हो रहा है, लेकिन इसके बावजूद मरीजों को सुविधा नहीं मिल रही है.
एक्स-रे मशीन बंद होने से मरीज परेशान
अस्पताल प्रशासन कहना है कि एक-दो दिन में समस्या का समाधान कर लिया जाएगा. बताया जा रहा है कि नागरिक अस्पताल के साथ-साथ ट्रॉमा सेंटर में भी सब कुछ ठीक नहीं है. सरकार भले ही बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं देने का दम भरे लेकिन जमीनी हकीकत पोल खोल रही है. डॉक्टर्स की भारी कमी के साथ-साथ दोनों ही संस्थान में सुविधाओं का टोटा है. ट्रामा सेंटर में लगी एक्स रे मशीन एक माह से खराब पड़ी है.
मेंटेनेंस के नाम पर खर्च हुए हैं ढाई लाख रुपये
मेंटेनेंस के नाम पर ढाई लाख रुपये खर्च भी किए गए थे, लेकिन एक दिन बाद ही मशीन फिर से खराब हो गई. इसका सीधा असर उन मरीजों पर पड़ रहा है, जो सड़क हादसों में घायल होकर ट्रॉमा सेंटर पहुंचते हैं और फिर मशीन खराब होने के चलते दूसरी जगह लंबी लाइन में लगना पड़ता है.
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एक महीने से बंद है मशीन
आपको बता दें कि जनवरी महीने में ट्रॉमा सेंटर में लगी एक्स-रे मशीन खराब हो गई थी. स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी सर्वजीत थापर ने बताया कि मशीन को लगाने वाली कंपनी को सूचना दे दी गई थी. सूचना पर कंपनी के इंजीनियर मशीन को ठीक करने के लिए पहुंचे. ढाई लाख रुपए खर्च कर मशीन को चालू कर दिया गया, लेकिन अगले ही दिन मशीन फिर से खराब हो गई. अब मशीन को खराब हुए पूरे 29 दिन हो गए हैं. मशीन को ठीक करने की दिशा में कोई कदम नहीं उठाया गया है.
मरीजों को जाना पड़ रहा है प्राइवेट संस्थान में
पहले जहां काफी समय से सीटी स्कैन मशीन खराब रही तो अब एक्स-रे मशीन खराब है. सड़क हादसों में घायल होने वाले मरीजों को ट्रामा सेंटर पहुंचने के बाद उनकी चोट का पता लगाने के लिए डॉक्टर की तरफ से एक्स-रे नहीं पा रहा है. मरीजों को बाहर प्राइवेट संस्थान में एक्स-रे कराना पड़ता है या फिर किसी और नागरिक अस्पताल में एक्स-रे के रूम में जाना पड़ता है.