पानीपत: हरियाणा के गोल्डन बॉय और भारत के स्टार जैवलिन थ्रोअर नीरज चोपड़ा ने एक बार फिर इतिहास रचा है. नीरज चोपड़ा ने स्विट्जरलैंड के लुसाने में चल रही डायमंड लीग में शानदार प्रदर्शन किया है. बीती देर रात उन्होंने 87.66 मीटर भाला फेंककर फिर से गोल्ड मेडल जीतकर देश का गौरव बढ़ाया है. इंटरनेशनल गेम्स में यह नीरज चोपड़ा का आठवां गोल्ड मेडल है. डायमंड लीग में पांचवें प्रयास में नीरज चोपड़ा ने 87.66 मीटर भाला फेंक कर मेडल जीता है.
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गोल्ड मेडल जीतने पर नीरज चोपड़ा के खंडरा गांव पानीपत में जश्न का माहौल है. गांव में बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है. इस दौरान नीरज के चाचा भीम चोपड़ा ने कहा कि नीरज चोपड़ा की मेहनत का ही नतीजा है जो आज पूरा देश उस पर गर्व कर रहा है. उन्होंने कहा कि दोहा के बाद नीरज ने फिर से डायमंड लीग में गोल्ड मेडल जीतकर गांव, जिले और देश का नाम रोशन किया है.
नीरज के चाचा भीम चोपड़ा ने बताया कि नीरज किसी परिवारिक कार्यक्रम में भी हिस्सा नहीं ले रहा. वह सिर्फ अपने खेल को ही प्रथम स्थान दिए हुए हैं. उसी की बदौलत वो एक के बाद एक मेडल देश को दिलवा रहा है. गांव के छोटे-छोटे बच्चे भी अब नीरज के जैसा हेयर स्टाइल रखने लगे हैं. नीरज अब गांव का ही नहीं बल्कि पूरे देश का बेटा बन चुका है.
नीरज के चाचा ने कहा कि नीरज चोपड़ा ने छोटी उम्र में ही शानदार पदक जीतकर हरियाणा के साथ-साथ देश का भी नाम रोशन किया है. भारत में सबसे दूर भाला फेंकने का रिकॉर्ड भी नीरज चोपड़ा के नाम ही दर्ज है. कड़ी मेहनत और लगन से नीरज चोपड़ा ने ये मुकाम हासिल किया है. नीरज चोपड़ा आज उन लाखों युवाओं की प्रेरणा बन गए हैं, जो देश के लिए मेडल जीतकर लाना चाहते हैं.
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