करनाल: शहर में बढ़ते यातायात के साधनों के कारण ट्रैफिक व्यवस्था प्रशासन के सामने एक बड़ी चुनौती बनकर उभरी है. खासकर नो पार्किंग में खड़े वाहनों के साथ डील करना. बात अगर सीएम सिटी करनाल की करें तो यहां प्रशासन की तरफ से शहर में दो मान्यता प्राप्त पार्किंग स्थान बनाए गए हैं. एक पुरानी सब्जी मंडी और दूसरा रामलीला मैदान. इन दोनों की जगहों पर किसी तरह का पार्किंग शुल्क नहीं लिया जाता.
जब हमने स्थानीय लोगों से अवैध पार्किंग शुल्क को लेकर सवाल किया तो उन्होंने खामियों को गिनवाना शुरू कर दिया. पार्किंग को लेकर प्रशासन की व्यवस्था से दुकानदार नाराज दिखे. भले ही नो पार्किंग की जगह खड़े वाहनों का पुलिस चालान कर रही है, लेकिन शिकायत के बाद भी प्रशासन की तरफ से पार्किंग को लेकर कोई इंतजाम नहीं किया गया.
'पार्किंग स्थान पर नहीं कोई व्यवस्था'
बड़ी समस्या ये है कि पार्किंग स्थलों पर रेहड़ी और ऑटो चालक अतिक्रमण कर रहे हैं जिसकी वजह से जाम की स्थिति बनी रहती है. स्थानीय लोगों से बातचीत के बाद इतना तो साफ हो गया कि मान्यता प्राप्त पार्किंग स्थानों से अवैध पार्किंग शुल्क नहीं लिया जा रहा. हां इतना जरूर है कि पुख्ता प्रबंध नहीं होने की वजह से लोगों को काफी परेशानी हो रही है. ट्रैफिक इंस्पेक्टर के मुताबिक पहले वो नो पार्किंग में वाहन खड़े करने वालों का चालान काट रहे हैं. इसके साथ ही वो लोगों को जागरूक भी कर रहे हैं.
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नो पार्किंग में खड़ वाहनों को पहले तो टो करके पुलिस थाना ले जाया जाता है. फिर उसका चालान किया जाता है. एक गाड़ी से चालान के रूप में करीब 800 रुपये वसूले जाते हैं. जब निगम कमिश्नर से पार्किंग स्थल में अव्यवस्थाओं और अवैध शुल्क को लेकर सवाल किया वो तो सबकुछ ठीक होने का आश्वासन देते नजर आए. उन्होंने कहा कि अभी तक अवैध पार्किंग स्थल में अवैध शुल्क की शिकायत उन्हें नहीं मिली. अगर ऐसा होगा तो सख्त कार्रवाई की जाएगी.
'पार्किंग स्थान पर सब्जी विक्रेताओं का कब्जा'
एक तरफ अधिकारी सब बढ़िया बता रहे हैं तो दूसरी तरफ लोगों का आरोप है कि पैसे लेकर पुलिस कर्मचारी पार्किंग स्थानों पर रेहड़ी वालों को खड़ा करने की अनुमति दे रहे हैं. जिससे लोगों को मजबूरन गाड़ी सड़कों पर खड़ी करनी पड़ती है. लोगों ने सुझाव दिया कि चालान काटने की जगह पुलिस को पार्किंग व्यवस्था पर ध्यान देना चाहिए. नगर निगम के कमिश्नर विक्रम ने ईटीवी भारत से बातचीत में कहा कि लोगों को पार्किंग के लिए कोई परेशानी ना हो इसके लिए पुलिस-प्रशासन लगातार काम कर रहा है.
स्थानीय निवासी अशोक ने कहा कि जिला प्रशासन और नगर निगम की तरफ से दो पार्किंग बनाई गई है, लेकिन जो पुरानी सब्जी मंडी में पार्किंग बनाई गई है, वहां पर सब्जी मंडी में सब्जी लगाने वाले लोगों का ही कब्जा रहता है. आम लोग वहां पर वाहन नहीं खड़े कर सकते. प्रशासन की मिलीभगत से सब्जियों और फल फ्रूट के व्यापारी वहां पर अपने सब्जियां और फल फ्रूट लगाते हैं. अगर प्रशासन की तरफ से फल फ्रूट और सब्जियां वहां से हटा दी जाए तो काफी हद तक ट्रैफिक व्यवस्था से निजात मिल सकती है.