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फतेहाबाद: नागरिक अस्पताल में दवाई के लिए धक्के खा रहे मरीज, फार्मासिस्ट की है भारी कमी

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Published : Feb 8, 2020, 1:10 PM IST

नागरिक अस्पताल में दवाई के लिए धक्के खा रहे मरीज
नागरिक अस्पताल में दवाई के लिए धक्के खा रहे मरीज

फतेहाबाद के नागरिक अस्पताल में दवाई बांटने के लिए एक ही फार्मासिस्ट है. दवाई लेने के लिए डिस्पेंसरी के बाहर मरीजों को लंबी लाइनों में लगना पड़ता है. यही कारण है कि मरीजों के इलाज के लिए बने अस्पताल में ही उसे दर्द झेलना पड़ता है.

फतेहाबाद: प्रदेश सरकार के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज भले ही प्रदेश के नागरिक अस्पतालों में स्वास्थ्य सेवाएं सुधारने के बड़े-बड़े दावे करते हों, लेकिन जमीनी हकीकत इन तमाम दावों से बिल्कुल अलग है. इसका उदाहरण फतेहाबाद शहर के नागरिक अस्पताल में देखने को मिला.

दवाई के लिए लंबी लाइनों में धक्का खाते हैं मरीज
नागरिक अस्पताल में मरीजों को दवाई लेने के लिए पहले तो लंबी लाइनों में लगता पड़ता है और काफी देर तक दवाई लेने के लिए इंतजार करना पड़ता है. बड़ी बात ये है कि नागरिक अस्पताल की डिस्पेंसरी में दवाई देने वाला सिर्फ एक ही व्यक्ति नजर आता है. भारी तादाद में रोजाना मरीज नागरिक अस्पताल में अपना इलाज करवाने आते हैं. ऐसे में लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है.

नागरिक अस्पताल में दवाई के लिए धक्के खा रहे मरीज, देखें वीडियो

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नागरिक अस्पताल में है फार्मासिस्ट की कमी
बता दें, डॉक्टर जब दवाई लिखकर देता है तो फिर मरीज को डिस्पेंसरी के बाहर काफी देर तक इंतजार करना पड़ता है. इसके पीछे मुख्य कारण अस्पताल में फार्मासिस्ट की कमी होना है. जिस डिस्पेंसरी में दवाई बांटने के लिए पांच फार्मासिस्ट की जरूरत है वहां पर सिर्फ एक-दो ही फार्मासिस्ट मौजूद हैं.

जब हमने नागरिक अस्पताल की डिस्पेंसरी का जायजा लिया, तो वहां एक ही फार्मासिस्ट मरीजों को दवाई देता नजर आया, जबकि दूसरा कम्प्यूटर में डाटा अपलोड करता नजर आया. ये भी बता दें कि नागरिक अस्पताल में फार्मासिस्ट के 9 पद स्वीकृत हैं, जिसमें से 4 ही कार्यरत हैं और उनमें से भी एक कोर्ट मे तैनात है और एक छुट्टी पर है. अब बचे हुए 2 फार्मासिस्ट ही डिस्पेंसरी संभाल रहे हैं. इसमें भी चौकाने वाली बात ये है कि एक ही फार्मासिस्ट दवाई बांटता नजर आया.

कब होगा समस्या का समाधान?
नागरिक अस्पताल के एसएमओ ओपी दहमीवाल ने बताया कि पहले तो फार्मासिस्ट हमारे पास पूरे थे, लेकिन चार फार्मासिस्टों का यहां से तबादला हो गया और एक फार्मासिस्ट की हाल ही में शादी हुई है इसलिए वो छुट्टी पर है.

एसएमओ ओपी दहमीवाल ने बताया कि हमारे पास फिलहाल चार फार्मासिस्ट हैं और एक फार्मासिस्ट की ड्यूटी कोर्ट में है. इस मामले में सीएमओ को अवगत करवा दिया गया है कि यहां फार्मासिस्ट की कमी है और लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है.

Intro:फतेहाबाद के नागरिक अस्पताल में दवाई बांटने वाला फार्मासिस्ट अकेला,बाहर लाईनों में दवाई लेने वाले मरीजों का लगा मेेला,नागरिक अस्पताल में फार्मासिस्ट की कमी के चलते मरीजों को करना पड़ रहा है परेशानियों का सामना,दवाई लेने वाले मरीजों को काफी देर तक लाईन करना पड़ता है इंतजार,नागरिक अस्पताल की डिस्पेंसरी में दो फार्मासिस्ट तैनात, एक बांटता है दवाई तो दूसरा करता डाटा अपलोड़,रोजाना काफी सख्या में उपचार करवाने आते है मरीज,नागरिक अस्पताल में फार्मासिस्ट के 9 पद स्वीकृत हैं जिसमें से 4 ही कार्यरत हैं,चार में एक कोर्ट में तैनात,बाकी छुट्टी पर,नागरिक अस्पताल के एसएमओं सीएमओं को बार बार अवगत करवा चुके है फार्मासिस्टों कमी के बारे में,बड़ा नागरिक अस्पातल के सीएमओं आखिर इस मामले की और क्यों नही दे रहे ध्यान...


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प्रदेश सरकार के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज भले ही प्रदेश के नागरिक अस्पतालों में स्वास्थ्य सेवाओं का उत्थान और प्रयास करने के बड़े-बड़े दावे करते हो,लेकिन उनके प्रयासों के बावजूद भी चिकित्सा सुविधाएं सुधरने की बजाय दिन-प्रतिदिन खराब होती जा रही हैं। इसका उदाहरण फतेहाबाद शहर का नागरिक अस्पताल जहां मरीजों को दवाई लेने के लिए पहले को लंबी लाईन में लगता पड़ता और काफी देर तक दवाई लेने के लिए इंतजार करना पड़ता है। बड़ी बात यह कि नागरिक अस्पताल की डिस्पेंसरी में दवाई देने वाले सिर्फ एक ही व्यक्ति और भारी में तादाद मेें रोजाना मरीज नागरिक अस्पताल मेें अपना उपचार करवाने आते है इसे में लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता, अस्पताल में मरीज बीमारी का उपचार करवाने के लिए आता है लेकिन यहां की व्यवस्था के आगे दर्द लेकर जाना पड़ रहा है। जब डाक्टर दवाई लिखकर देता है तो फिर डिस्पेंसरी के बाहर काफी देर तक इंतजार करना पड़ता है। इसके पीछे मुख्य कारण अस्पताल में फार्मासिस्ट की कमी होना है, जिस डिस्पेंसरी में दवाई बांटने के लिए पांच फार्मासिस्ट की जरूरत है वहां पर सिर्फ एक दो ही फार्मासिस्ट हैं। जब हमने नागरिक अस्पताल की डिस्पेंसरी का जायजा लिया तो वहां एक ही फार्मासिस्ट मरीजों को दवाई देता नजर आया,जबकि दूसरा कम्यूटर में डाटा अपलोड करता नजर आया, फिलहाल नागरिक अस्पताल में फार्मासिस्ट के 9 पद स्वीकृत हैं जिसमें से 4 ही कार्यरत हैं जिसमें से एक कोर्ट मे तैनात और एक छुट्टी पर है इनमें से 2 ही डिस्पेंसरी में तैनात हैं, लेकिन आज एक ही फार्मासिस्ट दवाई बांटता नजर आया,और दूसरी महिला कर्मचारी कंप्यूटर पर डाटा अपलोड करती नजर आई, डिस्पेंसरी में फार्मासिस्ट की कमी होने के कारण मरीजों को दवाई लेने के काफी इंतजार करना पड़ रहा है। कई बार हालात यह होते हैं कि मारामारी तक की स्थिति हो जाती है।
बाईट : राजेद्र कुमार, मरीज,
Conclusion:

नागरिक अस्पताल के एसएमओं ओपी दहमीवाल ने बताया कि पहले तो फार्मासिस्ट हमारे पास पूरे थे लेकिन चार फार्मासिस्टों का यहां से तबादला हो गया और फार्मासिस्टों की हाल ही में शादी हुई है इसलिए वह छुट्टी पर चल रहे है। एसएमओं ओपी दहमीवाल ने बताया कि हमारे पास फिलहाल चार फार्मासिस्ट है और एक फार्मासिस्ट की डयूटी कोर्ट में तैनात है, हमने इस मामले मेे सीएमओं को बार बार अवगत करवा दिया है कि यहां फार्मासिस्ट की कमी है और लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।
बाईट : ओपी दहमीवाल,एसएमओंं नागरिक अस्पताल फतेहाबाद
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