ETV Bharat / state

जानें कब रखा जाएगा ज्येष्ठ माह की विनायक चतुर्थी का व्रत, ऐसे करें गणेश भगवान की पूजा

author img

By

Published : May 21, 2023, 10:20 PM IST

हिंदू पंचांग के अनुसार ज्येष्ठ माह की विनायक चतुर्थी का व्रत 23 मई 2023 को है. इस दिन गणेश भगवान की पूरे विधि-विधान के साथ पूजा और उपासना की जाती है. गणेश भगवान को प्रसन्न कर ने और पूजा करने की विधी इस खबर में जानें.

Vinayaka Chaturthi fast of Jyeshta month Lord Ganesha
ज्येष्ठ माह की विनायक चतुर्थी का व्रत

फरीदाबाद: हिंदू धर्म की मान्यताओं के अनुसार पंचांग का विशेष महत्व है. ऐसे में हिंदू पंचांग के आधार पर लोग कई शुभ कार्यों को करते हैं. हिंदू पंचांग में हर दिन का विशेष महत्व होता है. हर देवताओं की अलग-अलग तरह से पूजा की जाती है. इसी क्रम में हिंदू पंचांग के अनुसार हर महीने के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी को गणेश भगवान की पूजा की जाती है. जिसे विनायक चतुर्थी भी कहा जाता है. ऐसे में ज्येष्ठ माह की विनायक चतुर्थी का व्रत 23 मई 2023 को है. इस दिन गणेश भगवान की पूरे विधि-विधान के साथ पूजा और उपासना की जाती है.

गणेश भगवान की बरसेगी कृपा: हालांकि कोई भी शुभ कार्य या पूजा पाठ शुरू करते हैं, तो सबसे पहले गणेश भगवान को ही पूजा जाता है. ऐसे में खासतौर पर जब गणेश भगवान की पूजा की जाती है, तो भक्ति और आस्था और बढ़ जाता है. गणेश भगवान की पूजा शुक्ल पक्ष की चतुर्थी में बड़े ही निष्ठा से भक्त करते हैं. मान्यताओं के अनुसार गणेश भगवान की पूजा करने से घर में शांति और धन की वर्षा होती है. ऐसे में गणेश भगवान सभी दुख संकटों को दूर करते हैं और भक्तों की सारी मनोकामनाएं पूर्ण करते हैं. इस दिन जो भी भक्त भगवान गणेश की पूरी निष्ठा से पूजा-पाठ और व्रत करता है. उन पर गणेश भगवान की विशेष कृपा बरसती है.

विनायक चतुर्थी की तिथि और मुहूर्त: प्रत्येक माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को गणेश भगवान की पूजा विनायक चतुर्थी के रूप में मनाया जाता है. ऐसे में इस महीने यानी ज्येष्ठ माह के शुक्ल पक्ष की विनायक चतुर्थी 23 मई 2023 को मनाई जाएगी. इसकी तिथि 22 मई 2023 रात 11 बजकर 18 मिनट से शुरू होकर 24 मई रात 12 बजकर 57 मिनट पर समाप्त होगी. इसलिए विनायक चतुर्थी का व्रत 23 मई 2023 को रखा जाएगा.

विनायक चतुर्थी की पूजा की विधि: विनायक चतुर्थी के दिन सुबह जल्दी उठकर पानी में गंगा जल मिलाकर स्नान करके स्वच्छ वस्त्र धारण कर लें. फिर पास में अगर गणेश जी का मंदिर हो, तो मंदिर में जाकर नहीं तो घर में जहां मंदिर है वहां पर गंगाजल से उसे सिद्ध कर लें. उसके बाद गणेश जी के सामने देसी घी का दिया और धूप जलाएं. उसके बाद गणेश जी की पंचामृत से अभिषेक कर लें. फिर गणेश जी की पूजा शुरू कर दें.

गणेश जी को करें प्रसन्न: इस दौरान गणेश जी को पीले या लाल फूल, कुमकुम,अक्षत,दूर्वा,चंदन, मिष्ठान खास तौर पर गणेश जी के अति प्रिय मोदक या मोतीचूर का लड्डू उन्हें चढ़ाएं. इसके बाद गणेश जी की कथा पढ़ें. फिर उनकी आरती करें. उसके बाद दिनभर व्रत में रहे. अगर व्रत सहन नहीं हो रहा है, तो दिन में एक बार फल का सेवन करें और ठीक इसी तरह से रात में भी गणेश जी की पूजा करें.

ये भी पढ़ें: इन फूलों की खेती कर प्रति एकड़ चार लाख रुपये तक कमा रहे किसान, सरकार भी दे रही प्रोत्साहन राशि

ऐसे पूर्ण करें व्रत: उसके बाद गणेश जी को प्रणाम करके पारण करें. ऐसा करने से अवश्य ही गणेश भगवान का आशीर्वाद आपको प्राप्त होगा और आपके घर में सुख शांति समृद्धि आएगी. इसके अलावा जो भी आपकी मनोकामनाएं हैं. गणेश जी अवश्य ही पूर्ण करेंगे. अगर आप भी इस विनायक चतुर्थी को गणेश महाराज को प्रसन्न करना चाहते हैं, तो बताए गए विधि-विधान के अनुसार जरूर उनकी पूजा और व्रत करें. गणेश भगवान इससे प्रसन्न होकर आपको मनवांछित फल देंगे.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.