फरीदाबाद: गुरुग्राम नहर के किनारे पटेल नगर में बने हुए 40 अवैध निर्माण और झुग्गियों को शुक्रवार को नगर निगम ने तोड़ दिया है. इस दौरान किसी भी स्थिति से निपटने के लिए मौके पर सहायक पुलिस आयुक्त जयवीर सिंह राठी के नेतृत्व में भारी पुलिस बल तैनात था.
तोड़फोड़ के दौरान सिंचाई विभाग के कार्यकारी अभियंता वीएस रावत ड्यूटी मजिस्ट्रेट थे. राष्ट्रीय राजमार्ग पर गुरुग्राम नहर के ऊपर 6 लेन का पुल बनाने का काम चल रहा है. राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण ने सिंचाई विभाग से पुल बनाने के लिए यहां पर जमीन का अधिग्रहण किया है, जिसका मुआवजा भी दे दिया है.
पुल निर्माण में ये झुग्गी और अवैध निर्माण बाधा बने हुए थे. सिंचाई विभाग ने पटेल नगर में नोटिस चस्पा करके सभी लोगों को बता दिया गया था कि 14 सितंबर तक सभी अपने अवैध निर्माण हटा लें. निर्माण नहीं हटाने पर अब विभाग ने ये कार्रवाई की है. सिंचाई विभाग का दस्ता पांच अर्थमूवर मशीनों के साथ मौके पर पहुंच गया और तोड़फोड़ की कार्रवाई शुरू कर दी.
पुलिस ने मौके पर ज्यादा भीड़ नहीं जुटने दी. मौके पर भारी पुलिस बल तैनात था. इस दौरान कई लोगों के चेहरों पर इस बात कि चिंता थी कि अब वे कहां जाएंगे. झुग्गीवासियों का कहना है कि जैसे तैसे उनका यहां गुजारा चल रहा था. कोरोना और लॉकडाउन की वजह से उनके पास कोई रोजगार भी नहीं है. झुग्गी वासियों ने बताया कि वे यहां करीब 20 साल से रहे थे, उन्हें नहीं पता था कि अचानक से उनका ये आशियाना उजड़ जाएगा.
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गुरुग्राम नहर किनारे विकसित प्रेम नगर और पटेल नगर में करीब ढाई हजार घरों को तोड़ने के लिए प्रशासन ने नोटिस चस्पा किए थे और फिर नगर निगम द्वारा नहर किनारे सिंचाई की जमीन पर विकसित प्रेम नगर व पटेल नगर में सालों से बसी झुग्गियों को सिंचाई विभाग द्वारा तोड़ दिया गया. वहीं अधिकारियों का कहना है कि लाखों रुपए की टूरिज्म की जमीन को इन लोगों ने हड़प कर रखा था.