ETV Bharat / state

हरियाणा में बनेगा विश्व का सबसे बड़ा सफारी पार्क, अरावली में 10 हजार एकड़ में होगा तैयार

author img

By

Published : Sep 29, 2022, 4:43 PM IST

safari park in Haryana
हरियाणा में सफारी पार्क

सरकार हरियाणा में सफारी पार्क बनाने की योजना (World largest safari park in Haryana) बना रही है. ये सफारी पार्क गुरुग्राम व नूंह की अरावली पर्वत श्रंखला में स्थापित किया जाएगा. इस योजनी को साकार करने के लिये हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल शारजाह के सफारी पार्क का दौरा करने गये हैं.

चंडीगढ़ः हरियाणा में विश्व का सबसे बड़ा सफारी पार्क (World largest safari park in Haryana) बनाने की हरियाणा सरकार योजना बना रही है. गुरुग्राम और नूंह की अरावली पर्वत श्रृंखला (Nuh Aravalli mountain range) में लगभग 10 हजार एकड़ क्षेत्र में विश्व का सबसे बड़ा सफारी पार्क स्थापित किया जाएगा. यह परियोजना दुनिया में इस तरह की सबसे बड़ी परियोजना होगी.

वर्तमान में अफ्रीका के बाहर सबसे बड़ा क्यूरेटेड सफारी पार्क शारजाह (Curated Safari Park Sharjah) में है जो फरवरी 2022 में खोला गया था. जिसका क्षेत्रफल करीब दो हजार एकड़ है. जानकारी के अनुसार प्रस्तावित अरावली पार्क क्यूरेटेड सफारी पार्क शारजाह से आकार में 5 गुना बड़ा होगा. इसमें एक बड़ा हर्पेटेरियम, एवियरी/बर्ड पार्क, बिग कैट्स के चार जोन, शाकाहारी जानवरों के लिए एक बड़ा क्षेत्र होगा.

इसके अलावा विदेशी पशु पक्षियों के लिए एक क्षेत्र, एक अंडरवाटर वर्ल्ड, नेचर ट्रेल्स/विजिटर/टूरिज्म जोन, बॉटनिकल गार्डन/बायोमेस, इक्वाटोरियल/ट्रॉपिकल/कोस्टल/डेजर्ट होंगे. सफारी पार्क बनाने की योजना के लिये हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल एक प्रतिनिधिमंडल के साथ शारजाह जंगल सफारी (CM Manohar lal Visit Sharjah) का दौरा करने गए हैं.

मुख्यमंत्री ने बताया कि हरियाणा एनसीआर क्षेत्र में जंगल सफारी की अपार संभावनाएं हैं. जंगल सफारी योजना के साकार होने के बाद एनसीआर में पर्यटन को काफी बढ़ावा मिलेगा और स्थानीय लोगों के लिए रोजगार के अवसर पैदा होंगे. मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि हरियाणा की जंगल सफारी परियोजना पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय, भारत सरकार और हरियाणा सरकार की एक संयुक्त परियोजना होगी.

योजना के तहत केंद्र सरकार भी हरियाणा को इस परियोजना के लिए फंड मुहैया करेगा. परियोजना के टेंडर के लिए अंतरराष्ट्रीय ईओआई (Expression of Interest) मंगाई गई थी और ऐसी सुविधाओं के डिजाइन व संचालन में अंतरराष्ट्रीय अनुभव वाली दो कंपनियों को शॉर्टलिस्ट किया गया है. शॉर्टलिस्ट की गई कंपनियां अब पार्क के डिजाइन, निर्माण की निगरानी और संचालन के लिए अंतरराष्ट्रीय डिजाइन प्रतियोगिता में भाग लेंगीं.

वहीं एक अरावली फाउंडेशन की स्थापना की जाएगी जो परियोजना का प्रबंधन करेगा. मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि केंद्रीय चिड़ियाघर प्राधिकरण ने इसके लिए क्षेत्र का मूल्यांकन अध्ययन किया है. इस तरह के पार्क की स्थापना की तकनीकी व्यवहार्यता से सहमत हो गया है. मुख्यमंत्री ने कहा कि जंगल सफारी विकसित होने से एक ओर जहां अरावली पर्वत श्रृंखला को संरक्षित करने में मदद मिलेगी वहीं दूसरी ओर दिल्ली और आस-पास के क्षेत्रों से यहां काफी संख्या में लोग पर्यटन के लिए आएंगे.

जिससे स्थानीय लोगों को रोजगार के अवसर उपलब्ध होंगे. आसपास के गांवों में ग्रामीणों को होम स्टे पॉलिसी के तहत लाभ होगा. हरियाणा की अरावली पर्वत श्रृंखला एक सांस्कृतिक धरोहर है. जहां पर पक्षियों, वन्य प्राणियों, तितलियों आदि की कई प्रजातियां पाई जाती हैं. कुछ वर्षों पहले करवाए गए सर्वे के अनुसार अरावली पर्वत श्रृंखला में पक्षियों की 180 प्रजातियां, मैमल्स अर्थात स्तनधारी वन्य जीवों की 15 प्रजातियां, रेप्टाइल्स अर्थात जमीन पर रेंगने वाले और पानी में रहने वाले प्राणियों की 29 प्रजातियां तथा तितलियों की 57 प्रजातियां हैं.

इसे भी पढ़ें- PM नरेंद्र मोदी ने MP के कूनो नेशनल पार्क में नामीबिया से लाए गए चीतों को विशेष बाड़े में छोड़ा

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.