चंडीगढ़: चंडीगढ़ नगर निगम ने शहर में पानी की बर्बादी के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी है. ऐसे में पानी के दुरुपयोग करने वाले शहर के 74 घरों को नोटिस और दो चालान जारी किए गए. वहीं, रविवार को 54 लोगों को नोटिस जारी किया गया. पानी की बर्बादी को लेकर नगर निगम द्वारा हर साल यह अभियान 15 अप्रैल से 30 जून तक आयोजित किया जाता है. जहां पानी के दुरुपयोग को लेकर लोगों के चालान किए जाते हैं.
अभियान के दौरान नगर निगम द्वारा शहर भर में विशेष टीमों जो भेजा जा रहा है. ताकि जो व्यक्ति पानी की उल्लंघनों करता पाया गया उस पहले चरण में नोटिस जारी करते हुए चेतावनी दी जाएगी. वहीं, चेतावनी को न मानने वालों का चालान किया जाएगा. इस मौके नगर निगम के अधिकारी का कहना है, कि शनिवार को किए गए चालान में कोई सामग्री जब्त नहीं की गई. लेकिन पानी की बर्बादी करने वाले लोगों को कई नोटिस जारी किए गए.
वहीं कुछ लोगों द्वारा अपने लॉन में पीने के पानी से सींचते हुए पाया गया. जबकि कुछ अन्य को विशेष टीमों द्वारा पीने योग्य पानी से अपनी कारों/दोपहिया वाहनों को धोते भी देखा गया. अधिकारी कहा कि नगर निगम ने बीते दिन ही शहर के एक व्यक्ति को पानी बर्बाद करने पर 5,250 रुपये का जुर्माना लगाना शुरू कर दिया है. उन्होंने कहा कि यह अभियान हर साल 15 अप्रैल से 30 जून तक आयोजित किया जाता है. जिसके दौरान लॉन, आंगनों, कारों की धुलाई और नली पाइप का उपयोग करके अन्य वाहनों की धुलाई की अनुमति नहीं है.
उन्होंने कहा कि 18 सब डिविजनल इंजीनियरों के अधीन विशेष दल उल्लंघनकर्ताओं पर नजर रखने के लिए अभियान के दौरान सुबह और शाम दोनों समय जांच करते हैं. यदि कोई व्यक्ति चालान का भुगतान करने से मना करता है, तो जुर्माना निवासी के पानी के बिल में जोड़ दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि टीमों का नेतृत्व एक उप-विभागीय स्तर के अधिकारी कर रहे हैं. जो मौके पर ही उल्लंघनकर्ताओं को चालान सौंप देते हैं.
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ऐसे में अगर किसी व्यक्ति का कार को धोते हुए या अपने लॉन में पानी डालते हुए तस्वीर सामने आती है, तो टीम मौके पहुंच कर वीडियो साक्ष्य के आधार पर जुर्माना लगा सकती है. ऐसे में उत्तरी क्षेत्रों पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है. जिन घरों का आकार एक कनाल से अधिक है, वहां पानी की औसत दैनिक खपत 1,376 लीटर प्रति व्यक्ति थी. जैसे-जैसे तापमान बढ़ता है, पानी की मांग बढ़ती है और जो लोग ऊपरी मंजिलों पर रहते है उन्हें इन दिनों में पानी के कम दबाव की शिकायत रहती है. ऐसे में हमारी टीम इस बात को ध्यान में रखते हुए दौरे पर रहती हैं.