Haryana Home Minister Big Action : हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज का बड़ा एक्शन, पुलिस विभाग के 372 इंक्वायरी अफसरों को किया सस्पेंड

Haryana Home Minister Big Action : हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज का बड़ा एक्शन, पुलिस विभाग के 372 इंक्वायरी अफसरों को किया सस्पेंड
Haryana Home Minister Big Action : हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने बड़ा एक्शन लेते हुए पुलिस विभाग के 372 इंक्वायरी अफसरों को सस्पेंड कर दिया है.
चंडीगढ़ : हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज एक बार फिर से एक्शन में दिख रहे हैं. गब्बर के नाम से पहचाने जाने वाले अनिल विज ने पुलिस विभाग के कई अधिकारियों पर गाज गिराई है. जिन अधिकारियों को सस्पेंड किया गया है, वे विभिन्न मामलों में कोई कार्रवाई ना करने के चलते गृह मंत्री के रडार पर आए हैं.
पेंडिंग एफआईआर पर एक्शन : एक साल तक की पेंडिंग एफआईआर पर फाइनल कारवाई न करने वालों के खिलाफ सख्त एक्शन लेते हुए हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने हरियाणा पुलिस विभाग के 372 जांच अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया है. उन्होंने पुलिस के लगभग 372 जांच अधिकारियों के सस्पेंड करने के आदेश डीजीपी को दिए. बताया जा रहा है कि करीब 3229 लंबित मामलों पर कार्रवाई न किए जाने के चलते निलंबन के आदेश दिए गए हैं. वहीं इन मामलों में उचित कार्रवाई ना करने का कारण बताने को लेकर रिमाइंडर भी भेजे गए थे. इसके साथ ही गृह मंत्री अनिल विज ने जो आदेश दिया है, उसमें सभी लंबित पड़े मामलों को संबंधित डीएसपी के पास भेजने के लिए कहा गया है. उन्हें इनका एक महीने में इसका निपटारा करना होगा, नहीं तो संबंधित अधिकारी के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी.
गृहमंत्री ने पत्र में क्या लिखा ? : हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने इस मामले को लेकर हरियाणा के पुलिस महानिदेशक को पत्र भी लिखा है. पुलिस महानिदेशक को लिखे पत्र में अनिल विज ने कहा कि प्रदेश में दर्ज एफआईआर के शीघ्र निस्तारण के लिए उनके द्वारा कई बार कहा गया है. पिछले महीने, उन्होंने आदेश दिया था कि उन सभी आईओ से स्पष्टीकरण मांगा जाए, जिन्होंने पिछले एक साल में एफआईआर का निपटारा नहीं किया है. इन मामलों की संख्या बहुत ज्यादा थी, जो लगभग 3229 से ऊपर है.
विज ने जताया दुख : विज ने पत्र में दुख जताते हुए कहा है कि उनके निर्देश के बावजूद अभी भी 372 आईओ ऐसे हैं जिन्होंने मामलों का अंतिम रूप से निपटारा नहीं किया है, और उनके द्वारा बताए गए कारण संतोषजनक नहीं हैं. वे लोगों को उनकी शिकायतों पर कार्रवाई के लिए एक जगह से दूसरे जगह तक भटकने पर मजबूर कर रहे हैं जो कि बेहद गंभीर मामला है और इसे नजरअंदाज नहीं किया जा सकता.
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तुरंत निलंबित किया जाए : गृह मंत्री ने पत्र में कहा है कि इन सभी जांच अधिकारियों को तुरंत निलंबित कर दिया जाए और उनके मामलों को एक महीने में अंतिम निपटारे के लिए संबंधित डीएसपी को स्थानांतरित कर दिया जाए, वर्ना उन अधिकारियों के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी.
किन जिलों में हुआ निलंबन ? : आपको बता दें कि प्रदेश के जिन जिलों में 372 जांच अधिकारी (आईओ) को निलंबित किया गया है, उनमें गुरुग्राम में 60, फरीदाबाद में 32, पंचकूला में 10, अम्बाला में 30, यमुनानगर में 57, करनाल में 31, पानीपत में 3, हिसार में 14, सिरसा में 66, जींद में 24, रेवाड़ी में 5, रोहतक में 31 और सोनीपत में 9 जांच अधिकारी(आईओ) शामिल है.
