भिवानी: हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड व शिक्षा विभाग ने बोर्ड की परीक्षाओं में नकल रोकने के लिए नियमों में बदलाव करके सख्ती दिखाई है. इसके साथ ही जिन जिलों में अधिक नकल होती है. वहां पर नकल रोकने के लिए जिला प्रशासन के सहयोग से व पुलिस की मदद से टीचर ,कर्मचारियों ,पुलिसकर्मियों को प्रशिक्षित भी किया जा रहा है.
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इस प्रशिक्षण अभियान का आगाज भिवानी जिले से शुरू किया जा चुका है. नए नियमों के तहत नकल करते पाए जाने पर परीक्षार्थी के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई जाएगी और उसे अधिकतम 3 साल के लिए परीक्षा के लिए डिसक्वालीफाई भी किया जाएगा.
भिवानी के पंचायत भवन में परीक्षा में ड्यूटी देने वाले सुपरवाइजर, अध्यापकों, पुलिस विभाग व प्रशासन के कर्मचारियों को परीक्षण देकर नए नियमों के बारे में बताया गया. 20 अप्रैल से हरियाणा में शुरू होने वाली 10वीं 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं के नकल रहित संचालन के लिए रणनीति तैयार की गई.
इस दौरान अध्यापकों व शिक्षा विभाग के कर्मचारियों को बताया गया कि यदि वे नकल में शामिल पाए गए. तो शिक्षा विभाग की नई ट्रांसफर पालिसी के अनुसार उन्हें नेगेटिव मार्किंग मिलेंगी. जिसके बाद में दूरदराज के स्कूलों में तैनात होना होगा और घर परिवार से दूर रहना होगा.
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गौरतलब है कि नकल रोकने के लिए ये प्रशिक्षण अभियान भिवानी से शुरू किया गया. जो अब मेवात, सोनीपत, महेंद्रगढ़, चरखी दादरी ,हिसार ,रोहतक जिलों में आयोजित किया जाएगा. जहां पर प्रदेश में सबसे अधिक नकल होती है.
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इस बारे में प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले अध्यापक सुखबीर और अध्यापिका संतोष ने बताया कि इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में उन्हें शिक्षा विभाग व शिक्षा बोर्ड द्वारा नकल रोकने के नए नियमों के बारे में जानकारी दी गई है.
गौरतलब है कि हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड की दसवीं और बारहवीं की परीक्षाएं 20 अप्रैल से 18 मई तक चलेंगे. जिसमें लगभग 7 लाख 50 हजार परीक्षार्थी 2500 परीक्षा केंद्रों पर परीक्षा देंगे.