ETV Bharat / state

भिवानी में बढ़ रहा लिंगानुपात का अंतर, सीएमओ बोले- सुधार की जरूरत

author img

By

Published : Feb 5, 2022, 7:27 PM IST

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 22 जनवरी 2015 को बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान (Beti Bachao Beti Padhao Campaign) की शुरुआत की थी. हरियाणा में लिंगानुपात में इस बार 945 अंक के साथ रोहतक पहले स्थान पर रहा है, जबकि भिवानी में लिंग अनुपात आंकड़े संतोषजनक नहीं हैं.

हरियाणा में लिंक अनुपात
भिवानी में लिंक अनुपात

भिवानी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 22 जनवरी 2015 को बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान की शुरुआत की थी. जिसका असर 2022 में साफ़ देखने को मिल रहा है. नेशनल फॅमिली हेल्थ मिशन सर्वे (National Family Health Mission) की बात करें तो प्रति हज़ार लड़कों पर एक हजार लड़कियां जन्म ले रही हैं. हरियाणा में लिंगानुपात में इस बार 945 अंक के साथ रोहतक पहले स्थान पर रहा है, जबकि भिवानी (sex ratio in Bhawani) में लिंक अनुपात आंकड़े संतोषजनक नहीं है.

स्वास्थ्य विभाग आंकड़ों के अनुसार 1000 लड़को पर केवल 903 लड़किया जन्म ले रही हैं. जिले में घटते हुए लिंग अनुपात को लेकर अब राज्य सरकार और स्वास्थ्य विभाग चिंतित है. विभाग ने लिंग अनुपात सुधारने के लिए अब कमर कस ली है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पानीपत से इस अभियान की शुरुआत की थी. जिसमे काफी सुधार भी देखने को मिला था, लेकिन एक बार फिर से यह आंकड़ा गड़बड़ा रहा है. अब भिवानी में आंकड़ा 1000 लड़को पर केवल 903 लड़किया हो गया है.

जिले में घटते हुए लिंग अनुपात को लेकर अब राज्य सरकार और स्वास्थ्य विभाग चिंतित है.स्वास्थ्य विभाग के आकड़ो पर नजर डाले तो 800 से 900 सेक्स रेशों वाले 38 गांव है, जिले में 900 व इससे ज्यादा वाले 157 गांव है, वही 800 में से भी कम सेक्स रेशों वाले गांव भी 125 है कुल मिलाकर भिवानी में ओवरऑल सेक्स रेशों 903 बनी हुई है. भिवानी के सीएमओ डॉ रघुवीर शाण्डिल्य ने बताया कि जिले का सेक्स रेशों संतोषजनक नही है. इसमें काफी सुधार की जरूरत है. इसके लिए भिवानी उपायुक्त ने लिंक अनुपात की जांच के लिए टीम भी गठित कर दी है.

ये भी पढ़ें- लिंगानुपात में भिवानी जिला पूरे हरियाणा में 18वें से सातवें स्थान पर आया

जिसमे स्वास्थ्य विभाग के सीएमओ को नोडल अधिकारी बनाया गया है. अब हर 15 दिन में जिले के शिक्षा अधिकारी, पंचायत अधिकारी, सीडीपीओ व जनसूचना अधिकारी के साथ मिलकर बैठक स्वास्थ्य विभाग करेगा, जिसमे विचार किया जायेगा कि इसे सुधारने के लिए क्या कदम उठाए जाएं. सीएमओ ने कहा कि गांव गांव जाकर लोगों से इस मुद्दे में जागरूक भी किया जाएगा कि लडक़े व लडक़ी में कोई अंतर नही है. लिंक अनुपात को लेकर कानून भी काफी सख्त है. अगर इस तरह का मामला सामने आता है तो जानकारी देने वालो को एक लाख की इनाम राशि भी दी जाती है और उनका नाम भी गुप्त रखा जाता है. यहां तक कि अल्ट्रासाउंड केंद्रों पर भी नजर रखी है. वहीं स्वास्थ्य विभाग भी सीएचसी व पीएचसी के माध्यम से गर्भवती महिलाओं पर भी नजर रखें हुए है. ऐसे लोगो पर भी नजर है रखी जा रही है जो डॉक्टरी के पेशे में होकर भूरण हत्या करते है या फिर दवाई देते है.

हरियाणा की विश्वसनीय खबरों को पढ़ने के लिए गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड करें Etv Bharat APP

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.