रोहतकः कोरोना संक्रमण से पीजीआई में भर्ती मरीज की मौत

रोहतकः कोरोना संक्रमण से पीजीआई में भर्ती मरीज की मौत
रोहतक पीजीआई में शनिवार को एक मरीज की कोरोना के चलते मृत्यु (death due to corona in rohtak) हो गई. हलांकि डॉक्टरों का कहना है कि मरीज को कई अन्य बीमारियां भी थी. कोरोना की रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद उसके शरीर के अंगों पर काफी असर पड़ा जिसके चलते उसकी मौत हो गई.
रोहतक: कोरोना संक्रमण के चलते पीजीआई रोहतक (PGI Rohtak) में दाखिल एक मरीज की शनिवार शाम को मौत हो गई. हालांकि इस मरीज को कई अन्य बीमारियां भी थी. यह जानकारी संस्थान के प्रवक्ता डॉ. वरूण अरोड़ा ने दी. उन्होंने बताया कि सोनीपत जिले के 41 वर्षीय मरीज को 19 जुलाई को पीजीआई में दाखिल किया गया था. वह कई गंभीर बीमारियों से ग्रसित था.
27 जुलाई को कोविड-19 की रिपोर्ट पॉजीटिव आई. 5 अगस्त को कोविड की रिपोर्ट निगेटिव आई थी लेकिन लीवर सिरोसिस समेत कई अन्य बीमारियों से यह मरीज ग्रसित था. इस वजह से पीजीआईएमएस के आईसीयू के डे केयर में उसकी मौत (death due to corona in rohtak) हो गई. उधर डीसी कैप्टन मनोज कुमार ने कहा है कि प्रत्येक नागरिक कोरोना महामारी के प्रति जागरुक है लेकिन इसके बावजूद लगातार सावधानी बरतने की जरूरत है.
डीसी ने कहा कि हम सब जानते हैं कि कोरोना अभी पूरी तरह से समाप्त नहीं हुआ है. रोजाना कुछ मामले सामने आ रहे हैं. उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने के लिए नियमित रूप से कुछ सावधानी बरतने की जरूरत है. इन सावधानियों का जिक्र करते हुए कैप्टन मनोज कुमार ने कहा कि नागरिक अपने हाथों को साबुन और गर्म पानी से या अल्कोहल-आधारित हैंड सैनिटाइजर से अच्छी तरह धोएं.
संक्रमित लोगों के निकट संपर्क से बचें. अच्छी तरह पका हुआ भोजन अथवा मांस का सेवन करें. उन लोगों के निकट संपर्क से बचें जो लक्षण प्रदर्शित कर रहे हैं. खांसते या छींकते समय अपना मुंह ढक लें. लक्षण बने रहने पर डॉक्टर से संपर्क अवश्य करें. जिला में कोरोना की पॉजिटीविटी दर कम होकर 0.06 प्रतिशत रह गई है तथा रिकवरी दर 97.74 प्रतिशत हो गई है. आज कोविड-19 के 181 सैंपल जांच के लिए भेजे गए, जिनमें से 22 व्यक्ति पॉजिटिव पाए गए हैं, जबकि 128 सैंपल का परिणाम आना शेष है.
