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फतेहाबाद: नए पानी टैंकरों के टायर पुराने, समाजिक कार्यकर्ता ने लगाया भ्रष्टाचार का आरोप

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Published : Sep 16, 2019, 6:44 PM IST

नए पानी टैंकरों के टायर पूराने

फतेहाबाद नगर परिषद में पानी के नए टैंकर चर्चा का विषय बने हुए हैं. ये टैंकर तो नए हैं, पर इनके टायर पुराने है. जिसको लेकर समाजिक कार्यकर्ता ने भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है.

फतेहाबाद: नगर परिषद में पानी सप्लाई के लिए राज्यसभा सांसद डीपी वत्स के कोटे से कथित तौर पर खरीदे गए पांच नए टैंकरों की खरीद में गड़बड़झाला सामने आया है.

इस गड़बड़झाले की जानकारी सामाजिक कार्यकर्ता द्वारा मीडिया को दी गई जिसमें पाया गया कि पांचों टैंकरों के टायर पुराने है. नए टैंकरों के टायर बदले गए या कोई और साजिश भ्रष्टाचार के लिए रची गई. इस बारे में नगर परिषद के अधिकारियों ने साफ तौर पर अपना पल्ला झाड़ लिया है. नगर परिषद के एमई ने ये टैंकर नगर परिषद के होने से ही साफ मना कर दिया.

नए पानी टैंकरों के टायर पूराने, देखें वीडियो

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नगर परिषद अधिकारी ने पल्ला झाड़

उन्होंने कहा कि पांच नए टैंकरों के नगर परिषद को प्राप्त होने की कोई रिसीविंग उनकी ओर से नहीं दी गई है और ना ही विभाग को जानकारी है कि ये नए टैंकर कहां से आए हैं और किसने भेजे हैं.

भ्रष्टाचार का शक

उधर सामाजिक कार्यकर्ता राजेश कुमार का कहना है कि पानी के ये नए टैंकर राज्यसभा सांसद डीपी वत्स की सांसद निधि से नगर परिषद को मिले हैं, लेकिन इन टैंकरों के सभी टायर पुराने हैं और जानबूझकर या तो टायर बदले गए हैं या किसी तरह का भ्रष्टाचार इन टैंकरों की खरीद में हुआ है.

पानी के टैंकरों पर बीजेपी के निशान क्यों ?

राजेश कुमार ने सवाल ये भी उठाया कि पानी सप्लाई के लिए सरकारी पैसे से खरीदी गए पानी के इन टैंकरों पर बीजेपी निशान अंकित किया गया है जो कि एक तरह से सरकारी पैसे और सरकारी संपत्ति का दुरुपयोग है. हम सरकार से मांग करते हैं कि टैंकर खरीद में हुए गड़बड़झाले की जांच की जाए और पता किया जाए कि किसकी मिलीभगत से टैंकरों के टायर बदले गए हैं या पैसों का कोई भ्रष्टाचार किया गया है.

Intro: राज्यसभा सांसद के नाम से नगरपरिषद में पहुंचे 5 नए टैंकर, सबके टायर मिले पुराने, अधिकारी बोले-हमें नहीं पता किसने भेजे टैंकर, नगरपरिषद के एमई बोले- मैंने नए टैंकर की कोई रिसीविंग नहीं दी है और ना ही मुझे कोई जानकारी है कि ये नए टैंकर कहाँ से आये हैं, वहीं सामाजिक कार्यकर्ता बोले- हमे जानकारी मिली है कि सभी 5 टैंकर पानी सप्लाई के लिए नगरपरिषद को मिले हैं, सभी के टायर पुराने हैं, पार्टी का निशान छपवाकर सरकारी पैसे और संपत्ति का किया जा रहा है दुरुपयोग।

Body:फतेहाबाद नगर परिषद में पानी सप्लाई के लिए राज्यसभा सांसद डीपी वत्स के कोटे से कथित तौर पर खरीदे गए पांच नए टैंकरों की खरीद में गड़बड़झाला सामने आया है। इस गड़बड़झाले की जानकारी सामाजिक कार्यकर्ता द्वारा मीडिया को दी गई जिसमें पाया गया कि पांचों टैंकरों के टायर पुराने थे। नई टैंकरों के टायर बदले गए या कोई और साजिश भ्रष्टाचार के लिए रची गई इस बारे में नगर परिषद के अधिकारियों ने साफ तौर पर अपना पल्ला झाड़ लिया है। नगर परिषद के एम.ई. ने ये टैंकर नगर परिषद के होने से ही साफ मना कर दिया। उन्होंने कहा कि पांच नए टैंकरों के नगर परिषद को प्राप्त होने की कोई रिसीविंग उनकी ओर से नहीं दी गई है और ना ही विभाग को जानकारी है कि यह नए टैंकर कहां से आए हैं और किसने भेजे हैं। उधर सामाजिक कार्यकर्ता राजेश कुमार का कहना है कि पानी के ये नए टैंकर राज्यसभा सांसद डीपी वत्स के सांसद निधि से नगर परिषद को मिले हैं, लेकिन इन टैंकरों के सभी टायर पुराने हैं और जानबूझकर या तो टायर बदले गए हैं या किसी तरह का भ्रष्टाचार इन टैंकरों की खरीद में हुआ है। राजेश कुमार ने सवाल यह भी उठाया कि पानी सप्लाई के लिए सरकारी पैसे से खरीदी गई पानी के इन टैंकरों पर भाजपा निशान (कमल) अंकित किया गया है जो कि एक तरह से सरकारी पैसे और सरकारी संपत्ति का दुरुपयोग है। हम सरकार से मांग करते हैं कि टैंकर खरीद में हुए गड़बड़झाले की जांच की जाए और मालूमात की जाएगी किसकी मिलीभगत से टैंकरों के टायर बदले गए हैं या पैसों का भ्रष्टाचार कोई किया गया है।

बाईट-राजेश कुमार, सामाजिक कार्यकर्ता।
बाईट : पंकज ढांढा, एमई, नगरपरिषद, फ़तेहाबादConclusion:
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