Motivation : जब मन संयमित हो जाता है, तब मनुष्य अपने आप में ही आनंद उठा सकता है
जिस प्रकार वायुरहित स्थान में दीपक हिलता-डुलता नहीं, उसी तरह जिस योगी का (Friday motivation) मन वश में होता है. मन अपनी चंचलता तथा अस्थिरता के कारण जहां कहीं भी विचरण करता हो, मनुष्य को चाहिए कि उसे वहां से खींचकर अपने वश में करे. जो परमात्मा (Srikrishna ) को सर्वत्र देखता है (Todays motivational quotes) और सब कुछ परमात्मा में देखता है वह (Geetasar) परमात्मा के लिए अदृश्य होता है.