नई दिल्ली : गणतंत्र दिवस परेड में सीआईएसएफ कन्टिजेंट को सर्वश्रेष्ठ मार्चिंग कन्टिजेंट घोषित किया गया है. सीआईएसएफ कन्टिजेंट ने असिस्टेंट कमाण्डेंट मोनीश बागड़ी के नेतृत्व में नई दिल्ली के राजपथ में आयोजित गणतंत्र दिवस परेड-2022 में भाग लिया था.
सीआईएसएफ के प्रवक्ता ने बताया कि इस प्रतिष्ठित समारोह में भाग लेना सीआईएसएफ के लिए गर्व और सम्मान का विषय है. सीआईएसएफ कन्टिजेंट को अर्द्धसैनिक बलों एवं अन्य सहायक मार्चिंग कन्टिजेंट में ‘सर्वश्रेष्ठ मार्चिंग कन्टिजेंट’ घोषित किया गया. इस कन्टिजेंट में 01 सहायक कमाण्डेंट, 02 महिला अधिनस्थ अधिकारी सहित 99 अधिकारी शामिल थे.
सीआईएसएफ कन्टिजेंट ने छठी बार सर्वश्रेष्ठ मार्चिंग कन्टिजेंट का सम्मान अर्जित किया है. इससे पहले सीआईएसएफ कन्टिजेंट को वर्ष 2007, 2008, 2013, 2015, 2017 और 2020 में इस पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है.
शील वर्धन सिंह, महानिदेशक सीआईएसएफ ने कन्टिजेंट को अपने उत्कृष्ट प्रदर्शन से बल के लिए गर्व के क्षण लाने के लिए बधाई दी. उन्होंने एनजी गुप्ता, महानिरीक्षक, एनसीआर सेक्टर, हरदीप सिंह, उप महानिरीक्षक, एनसीआर क्षेत्र, दयाषंकर, वरिष्ठ कमाण्डेंट, 5वीं आरक्षित वाहिनी गाजियाबाद, निरीक्षक पवन कुमार भाटी (मुख्य ड्रिल इन्सट्रक्टर) और समर्पित प्रषिक्षको को उनकी टीम को सीआईएसएफ कन्टिजेंट की शानदार सफलता के लिए हार्दिक बधाई दी.
गौरतलब है कि राजपथ पर आकर्षक पोषाक में उत्कृष्ट प्रदर्षन और सलामी मंच से गुजरते हुए भारत के राष्ट्रपति को सलामी देने के लिए सीआईएसएफ कन्टिजेंट को ठिठुरन भरे सर्द मौसम में कठिन अभ्यास करना पड़ता है. इस कन्टिजेंट के लिए मजबूत कद-काठी, 06 फिट ऊंचाई वाले 23 से 25 वर्ष के बल सदस्यों का चयन किया जाता है.
प्रारंभिक दौर में चयन के पश्चात इन सभी को तैयारी के लिए 5वीं आरक्षित वाहिनी गाजियाबाद में बुलाया जाता है. इसके बाद कन्टिजेंट कमाण्डर सहित अन्य बल सदस्यों का चयन एक कठिन चयन प्रक्रिया के माध्यम से किया जाता है.
सीआईएसएफ भारत के विकास में सहायक प्रमुख स्तम्भों की सुरक्षा करता है. सीआईएसएफ को महत्वपूर्ण बुनियादी ढाँचों, जिसमें हवाई अड्डों से लेकर बंदरगाह, परमाणु ऊर्जा केन्द्रों से लेकर अंतरिक्ष केन्द्र, विद्युत परियोजनाओं से लेकर इस्पात केन्द्र, दिल्ली मेट्रो आदि देश के विकास में सहायक प्रतिष्ठानों को सुरक्षित रखने का गौरव हासिल है.
आज सीआईएसएफ पूर्ण रूप से विकसित एक बहु-आयामी एवं बहु-कुषल बल के रूप में प्रतिष्ठित है. अनुकूलता, पेशेवर दक्षता और अत्याधुनिक प्रौद्योगिकी का उपयोग इसके आदर्ष वाक्य ‘संरक्षण व सुरक्षा’ की कसौटी पर खरे उतर रहे हैं.
परेड के दौरान आकर्षक पोषाक में सुसज्जित सीआईएसएफ बैंड ने उप निरीक्षक करन सिंह के कमान में सलामी मंच से गुजरते हुए ‘अमर सेनानी’ धुन बजाई. आउटडोर प्रशिक्षकों-बैंड प्रशिक्षकों द्वारा बैंड दल के शारीरिक प्रशिक्षण और मार्चिंग कौशल की बारीकी से जांच की गई. सख्त चयन प्रक्रिया के बाद ही बैंड दल के कर्मियों का चयन किया गया. सीआईएसएफ के बैंड और कन्टिजेंट ने बड़े उत्साह और प्रतिबद्धता के साथ प्रदर्षन किया, फलस्वरूप प्रथम स्थान पर रहे.