नई दिल्ली: राजधानी में सर्दी का सितम शुरू हो चुका है और इस सर्दी की मार उन लोगों पर पड़ती है जिनके सिर पर छत नहीं होती है. वे सर्दी से बचने के लिए फ्लाईओवर के नीचे रहने को मजबूर होते हैं. लेकिन सर्दी तो सर्दी है. फ्लाईओवर के नीचे सर्दी से कुछ राहत तो मिलती है, लेकिन पूरी तरह नहीं. ऐसे मे इन बेघर लोगों के लिए दिल्ली सरकार के अलावा एनजीओ भी बढ़ चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं. जगह-जगह रैन बसेरा का निर्माण कराए जा रहे हैं. जिससे ज्यादा से ज्यादा लोगों को सर्दी से बचाया जा सके.
एसपीवाईएम ने बनावाए दो रैन बसेरे
SPYM एनजीओ ने आईआईटी फ्लाईओवर के नीचे आठ-आठ बेड के दो रैन बसेरों का निर्माण कराया है, जिसमें आठ कॉट लगे हैं. इसमें गद्दे, कंबल और तकियों की व्यवस्था भी की गई है. साथ ही कोविड से बचने के लिए मास्क, सैनिटाइजर के इंतजाम भी किए गए हैं. यहां रहने वाले लोगों के लिए तीन समय के भोजन की भी व्यवस्था की गई है.
रैन बसेरा ही बेघरों का सहारा
दिल्ली मे हजारों लोगों के सिर पर छत नहीं है और वो फुटपाथ और फ्लाईओवर के नीचे रहने को मजबूर हैं. सर्दी के सितम से बेघर लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. दिल्ली में सर्दी दिसंबर से शुरू होकर फरवरी के आखिरी तक पड़ेगी. ऐसे में बेघर लोगों के लिए रैन बसेरा ही सहारा रहता है.