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जामिया हिंसा: गिरफ्तार आरोपी को 27 जनवरी तक न्यायिक हिरासत में भेजा गया

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Published : Jan 24, 2020, 9:34 PM IST

सीएए के खिलाफ साकेत कोर्ट ने जामिया यूनिवर्सिटी के पास हिंसक प्रदर्शन करने के मामले में गिरफ्तार फुरकान को तीन दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है.

saket court
दिल्ली की साकेत कोर्ट

नई दिल्ली: दिल्ली के साकेत कोर्ट ने नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ जामिया यूनिवर्सिटी के पास हिंसक प्रदर्शन करने के मामले में गिरफ्तार फुरकान को तीन दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है. चीफ मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट गुरमोहिना कौर ने फुरकान को 27 जनवरी तक की न्यायिक हिरासत में भेजने का आदेश दिया.

सीसीटीवी फुटेज के आधार पर गिरफ्तार किया
सुनवाई के दौरान दिल्ली पुलिस ने कोर्ट को बताया कि उसने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर फुरकान को गिरफ्तार किया है. सीसीटीवी फुटेज में फुरकान एक कंटेनर ले जाता दिखाई दे रहा है. पुलिस की इस दलील का फुरकान के वकील अलमदार हुसैन नकवी ने विरोध करते हुए कहा कि कंटेनर खाली था और वह उसमें पानी भरने के लिए ले जा रहा था.

15 दिसंबर को हुई थी हिंसा
आपको बता दें कि 15 दिसंबर 2019 को नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ जामिया यूनिवर्सिटी के पास प्रदर्शन हिंसक हो गया था. इस हिंसा में डीटीसी की चार बसें, दस पुलिस बाइक और कई निजी वाहन क्षतिग्रस्त हो गए थे. उसके बाद पुलिस भी जामिया यूनिवर्सिटी के कैंपस में घुस गई थी और लाठीचार्ज किया था. फुरकान से पहले पुलिस ने इस मामले में दस लोगों को गिरफ्तार किया था.

Intro:नई दिल्ली । दिल्ली की साकेत कोर्ट ने नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ जामिया युनिवर्सिटी के पास हिंसक प्रदर्शन करने के मामले में गिरफ्तार फुरकान को तीन दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। चीफ मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट गुरमोहिना कौर ने फुरकान को 27 जनवरी तक की न्यायिक हिरासत में भेजने का आदेश दिया।



Body:सीसीटीवी फुटेज के आधार पर गिरफ्तार किया
सुनवाई के दौरान दिल्ली पुलिस ने कोर्ट को बताया कि उसने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर फुरकान को गिरफ्तार किया है। सीसीटीवी फुटेज में फुरकान एक कंटेनर ले जाता दिखाई दे रहा है। पुलिस की इस दलील का फुरकान के वकील अलमदार हुसैन नकवी ने विरोध करते हुए कहा कि कंटेनर खाली था और वह उसमें पानी भरने के लिए ले जा रहा था।



Conclusion:15 दिसंबर को हुई थी हिंसा
आपको बता दें कि 15 दिसंबर 2019 को नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ जामिया युनिवर्सिटी के पास प्रदर्शन हिंसक हो गया था। इस हिंसा में डीटीसी की चार बसें, दस पुलिस बाईक और कई निजी वाहन क्षतिग्रस्त हो गए थे। उसके बाद पुलिस भी जामिया युनिवर्सिटी के कैंपस में घुस गई थी और लाठीचार्ज किया था। फुरकान के पहले पुलिस ने इस मामले में दस लोगों को गिरफ्तार किया था।
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