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Dispute in MCD: बीजेपी ने एमसीडी में हुए बवाल का किया पोस्टमार्टम, निगम भंग करने की उठाई मांग

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Published : Feb 25, 2023, 1:57 PM IST

Updated : Feb 25, 2023, 2:05 PM IST

दिल्ली नगर निगम के सदन में शुक्रवार को हुए बवाल को लेकर आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है. दिल्ली बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं ने एक मंच पर आकर प्रेस कॉन्फ्रेंस की है. उन्होंने कहा कि जिस तरह से हालात हैं और मेयर शैली ओबरॉय का रवैया है. ऐसे में प्रावधान है कि निगम को भंग कर दिया जाए.

Mcd ruckus bjp demand
Mcd ruckus bjp demand

बीजेपी ने प्रेस कांफ्रेंस कर घटना का किया पोस्टमार्टम.

नई दिल्ली: एमसीडी (दिल्ली नगर निगम) सदन में शुक्रवार देर शाम हुए बवाल, मारपीट की घटना के बाद आरोप-प्रत्यारोप जारी है. शनिवार को दिल्ली बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं ने एक मंच पर आकर प्रेस कॉन्फ्रेंस किया और कहा कि जिस तरह के हालात हैं और मेयर शैली ओबरॉय ने नियमों का पालन नहीं किया, ऐसे में प्रावधान है कि निगम को भंग कर दिया जाए. सभी नेताओं ने इसकी पुरजोर तरीके से मांग की. बीजेपी ने प्रेस कांफ्रेंस में मारपीट का वीडियो भी दिखाया है.

दिल्ली बीजेपी के कार्यकारी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि मेयर शैली ओबरॉय उस समय अपना मोबाइल चेक कर रही थीं, उन्हें पार्टी से जो निर्देश मिलता था वही वो काम करती थीं. जिस भाषा का इस्तेमाल सदन में आप पार्षदों द्वारा हुआ है वो बेहद शर्मनाक है. इतने सालों में जो निगम में नहीं हुआ वो आम आदमी पार्टी कर रही है. निगम सदन में जैसे मनमानी चल रही है, वह निगम के एक्ट में स्पष्ट है. दिल्ली म्युनिसिपल एक्ट 490 के तहत दिल्ली नगर निगम को केंद्र सरकार भंग कर सकती है. हमारी मांग है कि मेयर टेक्निकल कमेटी की रिपोर्ट को स्वीकार करें, नहीं तो बीजेपी निगम को भंग करने की मांग करती है. अपनी शक्तियों का दुरुपयोग करने पर केंद्र सरकार द्वारा निगम को भंग किया जा सकता है.

वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि स्थायी समिति चुनाव के बाद निगम की टेक्निकल कमेटी ने जो रिजल्ट दिया है, उसे घोषित करें. अगर ऐसा नहीं किया है तो बीजेपी इसका विरोध करेगी. डीएमसी एक्ट की धारा 490 कहती है कि यदि निगम अपनी शक्तियों का गलत प्रयोग करता है तो निगम को भंग किया जा सकता है.

दिल्ली बीजेपी के महामंत्री हर्ष मल्होत्रा ने प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि स्थायी समिति के सदस्यों के चुनाव का रिजल्ट मेयर को दिया जाता है. सारे वोट काउंट होने के बाद, आप और बीजेपी के तीन-तीन सदस्यों की जीत का उसमें जिक्र है. लेकिन शैली ओबेरॉय अलोकतांत्रिक तरीके से चलना चाहती हैं, इसलिए रिजल्ट घोषित नहीं करती हैं और बैलट पेपर निकालती हैं और कहती हैं कि ये वोट मान्य नहीं है. जबकि टेक्निकल कमेटी उस वोट को भी मान्य बताती है.

इस मुद्दे पर चार घंटे तक एक ही बात चलती रहती है, बीजेपी के पार्षद अमान्य वोट को वैध बताते हैं, लेकिन 4 घंटे के बाद आप के पार्षदों का धैर्य खत्म होता है और आम आदमी पार्टी के बड़े नेताओं के निर्देश पर वे बीजेपी पार्षदों से हाथापाई करने लगते हैं.

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Last Updated :Feb 25, 2023, 2:05 PM IST
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