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भारतीय भाषाओं में शिक्षा उपलब्ध कराने के लिए प्रौद्योगिकी के निर्माण पर ध्यान देने की जरूरत: धर्मेंद्र प्रधान

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By ETV Bharat Delhi Team

Published : Sep 30, 2023, 7:43 PM IST

दो दिवसीय टेक्नोलॉजी एवं भारतीय भाषा समिट
दो दिवसीय टेक्नोलॉजी एवं भारतीय भाषा समिट

Indian Language Summit In Delhi: दिल्ली में भारतीय भाषाओं को बढ़ावा देने के लिए दो दिवसीय टेक्नोलॉजी एवं भारतीय भाषा समिट का आयोजन किया गया. 75 दिन के समिट में भारतीय भाषा उत्सव भी मनाने की शुरूआत की गई.

भारतीय भाषा की महत्ता बताते केंद्रीय मंत्री

नई दिल्ली: भारतीय भाषाओं को बढ़ावा देने के लिए दो दिवसीय टेक्नोलॉजी एवं भारतीय भाषा समिट का आयोजन किया जा रहा है. समिट का शुभारंभ शनिवार को हुआ. समिट का आयोजन जनपथ रोड स्थित अंबेडकर इंटरनेशनल सेंटर में किया जा रहा है. इसका उद्धाटन शनिवार को केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने किया. इस दौरान उन्होंने 75 दिन के भारतीय भाषा उत्सव को मनाने का भी शुभारंभ किया. यह समिट शनिवार यानि 30 सितंबर से शुरू होकर 11 दिसंबर तक चलेगा. भारतीय भाषाओं में शिक्षा उपलब्ध कराना राष्ट्रीय शिक्षा नीति का उद्देश्य है.

भारतीय भाषाओं को प्रोत्साहन: समिट के उद्धाटन के दौरान प्रधान ने कहा कि भारतीय भाषाओं को प्रोत्साहन देने के लिए राष्ट्रीय शिक्षा नीति में प्रावधान दिए गए हैं. उसके तहत काम किया जा रहा है. इसी को ध्यान में रखते हुए टेक्नोलॉजी और भारतीय भाषा समिट का आयोजन किया गया है. इसका उद्देश्य भारतीय भाषाओं के लिए प्रौद्योगिकी, भारतीय भाषा में प्रौद्योगिकी और भारतीय भाषाओं के माध्यम से प्रौद्योगिकी विकसित करना है. प्रधान ने कहा कि अंग्रेजी से हमारी कोई आपत्ति या दुराव नहीं है. लेकिन भारतीय भाषाओं कोई प्रोत्साहन देना बहुत जरूरी है. हमारी स्थानीय और भारतीय भाषाएं हमारे यहां के लोगों के विकास में जितनी सहायक हो सकती हैं, उतनी अन्य भाषा नहीं. इसलिए भारतीय भाषाओं के लिए प्रौद्योगिकी विकसित करना बहुत जरूरी है.

विद्यार्थी तय करेगा पढ़ाई की भाषा: प्रधान ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 का लक्ष्य है की आने वाले समय में हम विद्यार्थियों को यह सुविधा उपलब्ध कराएं कि विद्यार्थी खुद तय करे कि उसे किस भाषा में पढ़ाई करनी है. इसी को ध्यान में रखकर राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत एक भाषा से दूसरी भाषा में अनुवाद को सरल बनाने के लिए प्रौद्योगिकी विकसित की जा रही है. इसके लिए अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद ने अनुवादिनी के नाम से एक सॉफ्टवेयर तैयार किया है, जिसके माध्यम से 22 भारतीय भाषाओं का अनुवाद किया जा सकता है. इसी तरह इसके माध्यम से एक भाषा की पुस्तकों का दूसरी भाषा में अनुवाद आसानी से हो सकता है.

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कई विवि ने लगाया स्टॉल : समिट में विश्वविद्यालय अनुदान आयोग, केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड, एनसीईआरटी, भारतीय भाषा आयोग, वैज्ञानिक तकनीकी शब्दावली आयोग और केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय सहित अन्य शैक्षणिक संस्थाओं ने अपने-अपने स्टॉल लगाए. ये विभाग खुद के द्वारा भारतीय भाषाओं के लिए तकनीकी विकसित करने में किए जा रहे कार्यों को प्रदर्शित किया है.

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