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गाजियाबाद: 8वीं कक्षा के छात्र के आत्महत्या मामले में DM ने बनाई जांच समिति, दो हफ्ते में सौंपेगी रिपोर्ट

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Published : Nov 14, 2022, 8:01 PM IST

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10 नवंबर को गाजियाबाद के शिब्बनपुरा इलाके में आठवीं क्लास में पढ़ने वाले बच्चे ने घर में पंखे से फांसी लगा ली थी. आरोप है कि फीस नहीं देने की वजह से भरी क्लास में बच्चे को डांट लगाई जाती थी, जिस वजह से बच्चा आहत था. इस मामले में जांच को लेकर जिला अधिकारी ने तीन सदस्य समिति का गठन किया है और दो हफ्ते में जांच समिति से रिपोर्ट देने को कहा है.

नई दिल्ली/गाजियाबाद: बीते मंगलवार को गाजियाबाद के शिब्बनपुरा इलाके में आठवीं क्लास में पढ़ने वाले 15 साल के बच्चे की लाश घर में पंखे से लटकी हुई मिली थी. स्कूल में बच्चे को फीस नहीं देने पर डांट लगाई गई थी और स्कूल से भगा दिया गया था. जिसके बाद बच्चा घर आया और घर में पंखे से लटककर जान दे दी. (child hanged himself from the fan in Ghaziabad) पूरे मामले की जांच को लेकर जिला अधिकारी राकेश कुमार सिंह ने तीन सदस्य समिति का गठन किया है.

जिलाधिकारी की गठित की गई जांच समिति में अपर नगर मजिस्ट्रेट (चतुर्थ) शालवी अग्रवाल, जिला विद्यालय निरीक्षक राजेश श्रीवास और जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी विनय कुमार मिश्रा को शामिल किया गया है. समिति को सभी पहलुओं पर जांच करने के लिए जिलाधिकारी ने आदेश दिए हैं. इस मामले में विभिन्न पहलुओं पर जांच कर समिति जांच रिपोर्ट दो हफ्ते के भीतर जिलाधिकारी को सौंपेंगी.

जानकारी के मुताबिक नर्सरी क्लास से ही छात्र पब्लिक हैप्पी मॉडल स्कूल (Public Happy Model School Ghaziabad) में पढ़ता था और अभी वह आठवीं क्लास में पढ़ रहा था. बच्चे के पिता समय पर फीस नहीं दे पाते थे. बीते साल भी वह फीस अदा नहीं कर पाए थे, लेकिन साल के अंत में उन्होंने पूरी फीस अदा कर दी थी. नया सेशन शुरू होने के बाद भी कुछ महीने की फीस बाकी थी, जिसकी वजह से बच्चे को परेशान किया जा रहा था.

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आरोप है कि भरी क्लास में बच्चे को फीस नहीं देने की वजह से स्कूल में डांट लगाई जाती थी. बच्चा बार-बार फीस के दबाव की वजह से टेंशन में आ गया था और वह डिप्रेशन में रहने लगा था. मगर यह डिप्रेशन उसकी जान पर इस तरह से भारी पड़ जाएगा यह किसी ने सोचा नहीं था.

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