ETV Bharat / sports

भूटिया की युवा खिलाड़ियों की सलाह, जोखिम लेकर विदेशी क्लबों में खेलें

author img

By

Published : Aug 8, 2020, 3:08 PM IST

Updated : Aug 8, 2020, 3:28 PM IST

भारतीय फुटबॉल टीम के पूर्व कप्तान बाइचुंग भूटिया ने देश के खिलाड़ियों पर बाहर खेलने पर जोर दिया है और युवा खिलाड़ियों को सलाह दी है कि अगर विदेशी क्लबों में खेलना जोखिम है तो ये उन्हे लेना चाहिए.

Former India football captain Bhaichung Bhutia
Former India football captain Bhaichung Bhutia

नई दिल्ली : पूर्व कप्तान बाइचुंग भूटिया ने एआईएफएफ डॉट टीवी से बात करते हुए कहा, "मैं देश के युवा खिलाड़ियों को सलाह दूंगा कि वो जोखिम लें और विदेशी क्लबों में खेलें. आपको बलिदान देना होगा और हो सकता है कि आपको उतना पैसा नहीं मिले जितना भारत के शीर्ष खिलाड़ियों को मिलता है. एक बार जब आप 25-26 साल के हो जाते हो तो आप वित्तीय पहलू को देख सकते हो."

उन्होंने कहा, "हमारे खिलाड़ियों को यूरोप की शीर्ष लीगों में खेलने की जरूरत नहीं है. वो लोग चीन, जापान, कोरिया कतर, संयुक्त अरब अमीरात जैसे एशियाई देशों में खेल सकते हैं, साथ ही बेल्जियम जैसे देशों में भी खेल सकते हैं."

Former India football captain Bhaichung Bhutia
पूर्व कप्तान बाइचुंग भूटिया का बयान

उन्होंने कहा, "विदेशों में खेलने से आप काफी कुछ सीखते हैं. तकनीक रूप से नहीं तो आपको पता चलता है कि पेशेवर फुटबॉल क्या है और फुटबॉल किस तरह से काम करती है. एक खिलाड़ी के तौर पर आप ज्यादा सीखते हैं और सुधार करते हैं. मेरा बरी एफसी के साथ अनुभव अच्छा रहा था। इससे मुझे पता चला कि मैं किस तरह का खिलाड़ी हूं."

Former India football captain Bhaichung Bhutia
बाइचुंग भूटिया

बाइचुंग ने गुरप्रीत सिंह संधू का उदाहरण दिया, जिन्होंने तीन साल नॉर्वेजियन क्लब स्टैबेक एफसी के साथ बिताए - जहां वह यूईएफए यूरोपा लीग में खेलने वाले पहले भारतीय बने, वो 2017 में भारत लौट आए. 25 साल की उम्र में बेंगलुरू एफसी के लिए करार किया, और बाइचुंग ने गुरप्रीत के फैसले को "अच्छा जुआ" कहा.

Last Updated : Aug 8, 2020, 3:28 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.