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अमेरिका और जापान के बाद वियतनाम का दौरा करेंगे जिनपिंग

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By PTI

Published : Dec 12, 2023, 8:28 AM IST

चीन वियतमान के साथ अपने संबंधों को और प्रगाढ़ करने की दिशा में कदम उठा रहा है. इस सिलसिले में राष्ट्रपति शी जिनपिंग वियतनाम का दौरा करने वाले हैं. Xi Jinping visits Vietnam

China''s president will visit Vietnam weeks after it strengthened ties with the US and Japan
अमेरिका और जापान के बाद वियतनाम का दौरा करेंगे जिनपिंग

बैंकॉक: चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग अपने पड़ोसी देश के साथ संबंधों को और गहरा करने की कोशिश में मंगलवार को वियतनाम पहुंचेंगे. इससे पश्चिमी देशों के साथ राजनयिक संबंधों को प्रगाढ़ करेंगे. वियतनाम के विदेश मंत्रालय ने कहा कि 2017 के बाद से अपनी पहली यात्रा में शी जिनपिंग कम्युनिस्ट पार्टी के महासचिव गुयेन फु ट्रोंग, राष्ट्रपति वो वान थुओंग और प्रधानमंत्री फाम मिन्ह चिन्ह से मुलाकात करेंगे.

सिंगापुर में एक इंस्टीट्यूट के विजिटिंग फेलो गुयेन खाक गियांग ने कहा, 'यह पश्चिम के साथ हनोई की प्रगति के बारे में बीजिंग की चिंताओं को दर्शाता है. चिंता है कि वियतनाम चीन विरोधी गठबंधन में शामिल हो सकता है और चीन के खिलाफ लामबंद बना सकता है. शी जिनपिंग की यात्रा चीन के वियतनाम के व्यापक रणनीतिक साझेदार होने के 15 साल पूरे होने का प्रतीक है, जो राजनयिक संबंधों के लिए सर्वोच्च आधिकारिक पदनाम है.

दक्षिण पूर्व एशिया में सुरक्षा और अर्थव्यवस्था में वियतनाम की रणनीतिक भूमिका बढ़ती जा रही है. वैचारिक रूप से वियतनाम बीजिंग के करीब है. इसे चीन से मजबूत संबंध रखने वाली कम्युनिस्ट पार्टी द्वारा चलाया जाता है. हालांकि हाल के महीनों में वियतनाम ने पश्चिमी देशों के साथ घनिष्ठ संबंधों का संकेत दिया है. सितंबर में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने अमेरिका को चीन के समान राजनयिक दर्जा दिए जाने को चिह्नित करने के लिए वियतनाम का दौरा किया.

बाइडेन ने जोर देकर कहा कि मजबूत संबंध चीन का मुकाबला करने के बारे में नहीं थे, हालांकि एशिया और प्रशांत क्षेत्र में अमेरिकी कूटनीति सिर्फ ऐसा करने के लिए देशों के साथ रक्षा संबंधों को बेहतर बनाने पर केंद्रित रही है. नवंबर में जापान और वियतनाम ने स्वतंत्र और खुले इंडो-पैसिफिक का हवाला देते हुए अपने आर्थिक और सुरक्षा संबंधों को बढ़ावा दिया.

साथ ही जापान को चीन और अमेरिका के समान राजनयिक दर्जा दिया गया. जापान तेजी से वियतनाम के साथ घनिष्ठ संबंध विकसित कर रहा है और वह इसका तीसरा सबसे बड़ा विदेशी निवेशक है. विशेषज्ञों का कहना है कि वियतनाम अपने बड़े पड़ोसी और उसके भौगोलिक दावों से बच रहा है. फुलब्राइट यूनिवर्सिटी वियतनाम में वियतनामी अध्ययन के प्रोफेसर गुयेन थान ट्रुंग ने कहा, 'आप देख सकते हैं कि वे लचीले हैं और बड़ी शक्तियों को संतुलित कर रहे हैं.'

वियतनाम विवादित दक्षिण चीन सागर में चीन के साथ टकराव करने वाले कई देशों में से एक है. खासकर दो द्वीपसमूह, स्प्रैटली और पारासेल द्वीप समूह पर अतीत में विवादित जल क्षेत्र में इसका चीन के तट रक्षकों के साथ सामना हो चुका है. वियतनाम आम तौर पर टकरावों का प्रचार नहीं करता.
अक्टूबर में शी जिनपिंग ने वियतनामी राष्ट्रपति से कहा कि बदलते अंतरराष्ट्रीय परिदृश्य के बीच दोनों देशों को अपनी पारंपरिक मित्रता को आगे बढ़ाने के प्रति सच्चा रहना चाहिए.

दोनों ने चीन के बेल्ट एंड रोड फोरम में भाग लेने के बाद बात की. वियतनाम के बीजिंग के साथ कुछ बुनियादी ढांचे समझौतों पर हस्ताक्षर करने की संभावना है. क्योंकि उसने लाओस में चीनी निर्मित हाई-स्पीड रेल के विकास पर पूरा ध्यान दिया है. प्रोफेसर गुयेन ने कहा, 'वियतनामी प्रधानमंत्री अधिक बुनियादी ढांचे पर ध्यान केंद्रित करना चाहते हैं. वह सोचते हैं कि यह आर्थिक विकास की कुंजी है. 2022 में 175.6 बिलियन अमेरिकी डॉलर के द्विपक्षीय व्यापार कारोबार के साथ चीन कई वर्षों से वियतनाम का सबसे बड़ा व्यापारिक भागीदार रहा है. वियतनाम द्वारा उद्धृत वियतनाम सीमा शुल्क डेटा के अनुसार वियतनाम के विनिर्माण क्षेत्र के लिए महत्वपूर्ण इनपुट सहित चीन से आयात 67 प्रतिशत है.

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