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दक्षिण कोरियाई टैंकर पर चढ़े ईरानी सैनिक, जहाज को ले गए बंदरगाह पर

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Published : Jan 6, 2021, 6:22 AM IST

ईरान के परमाणु कार्यक्रम को लेकर पश्चिमी देशों के साथ तेहरान के बढ़ते तनाव के बीच यह घटना हुई. सोमवार को एमटी हानकुक चेमी पर की गई इस सैन्य कार्रवाई के लिए ईरान ने यह स्पष्टीकरण दिया है कि उसने फारस की खाड़ी और होरमुज जलडमरूमध्य के जलक्षेत्र में प्रदूषण फैलने से रोकने के लिए यह कदम उठाया.

ईरान
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सोल : ईरानी रिवोल्यूशनरी गार्ड के सैनिक एक दक्षिण कोरियाई टैंकर पर जबरन चढ़ गये और जहाज का मार्ग बदलने के लिए मजबूर कर उसे ईरान की ओर ले गये. जहाज का मालिकाना हक रखने वाली कंपनी ने मंगलवार को यह जानकारी दी. ईरान के परमाणु कार्यक्रम को लेकर पश्चिमी देशों के साथ तेहरान के बढ़ते तनाव के बीच यह घटना हुई.

सोमवार को एमटी हानकुक चेमी पर की गई इस सैन्य कार्रवाई के लिए ईरान ने यह स्पष्टीकरण दिया है कि उसने फारस की खाड़ी और होरमुज जलडमरूमध्य के जलक्षेत्र में प्रदूषण फैलने से रोकने के लिए यह कदम उठाया. हालांकि इसके बजाय यह प्रतीत होता है कि ईरान ने अपने खिलाफ बढ़ते अमेरिकी दबाव के बीच दक्षिण कोरियाई बैंकों में जब्त की गई अरबों डॉलर की ईरानी संपत्ति को लेकर होने वाली बातचीत से पहले सोल पर दबाव बनाने के लिए ऐसा किया है.

अमेरिका पर दबाव की कोशिश
ईरान ने अपने भूमिगत फोरदो परमाणु संस्थान में सोमवार को 20 प्रतिशत तक यूरोनियम संवर्द्धन करना भी शुरू कर दिया. हालांकि परमाणु हथियार बनाने के लिए जरूरी 90 प्रतिशत यूरोनियम संवर्द्धन का लक्ष्य हासिल करने की दिशा में यह छोटा तकनीकी कदम भर है. ईरान का यह कदम अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के कार्यकाल के अंतिम दिनों में अमेरिका पर दबाव बनाने को लक्षित नजर आता है.

जब मंडराने लगे इरानी हेलीकाॅप्टर
बुसान, दक्षिण कोरिया की डीएम शिपिंग कंपनी लिमिटेड के एक अधिकारी ने बताया कि जहाज सऊदी अरब के जुबैल से संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) स्थित फुजैरा जा रहा था. तभी ईरानी सैनिक जहाज पर चढ़ गये. उन्होंने बताया कि शुरूआत में ईरानी सैनिकों ने कहा कि वे जहाज पर जांच करना चाहते हैं. जब जहाज के कप्तान ने दक्षिण कोरिया में मौजूद कंपनी के सुरक्षा अधिकारियों से बात की तब सशस्त्र ईरानी सैनिकों ने टैंकर को अपने कब्जे में ले लिया और टैंकर के ऊपर एक ईरानी हेलीकॉप्टर मंडराने लगा.

कप्तान ने चेतावनी प्रणाली चलाई
अधिकारी ने बताया कि सैनिकों ने जहाज के कप्तान को जांच के लिए टैंकर को ईरानी जलक्षेत्र में ले जाने कहा. अधिकारी ने बताया कि कंपनी का तब से जहाज के कप्तान से संपर्क नहीं हो पाया है. जहाज पर लगे सिक्योरिटी कैमरे भी अब बंद हैं. उन्होंने बताया कि कप्तान से संपर्क टूटने के बाद कंपनी के समुद्री लूट रोधी एक सुरक्षा अलर्ट नोटिस प्राप्त हुआ. जिससे यह पता चलता है कि कप्तान ने जहाज पर मौजूद चेतावनी प्रणाली को चालू कर दिया था. हालांकि यह अब भी स्पष्ट नहीं है कि क्या जहाज ने बाहरी सहायता के लिए मदद मांगने की कोशिश की.

कच्चा तेल ट्रांसपोर्ट का मार्ग
अमेरिकी नौसेना की पश्चिम एशिया स्थित पांचवां बेड़ा होरमुज जलडमरूमध्य की निगरानी करने वाले अमेरिका नीत गइबंधन के साथ जल क्षेत्र में गश्त कर रहा है. वहीं यूरोपीय देशों के नेतृत्व में एक अलग कोशिश भी की जा रही है. होरमुज जलडमरूमध्य, फारस की खाड़ी का संकरा मुहाना है जिस मार्ग से विश्व का 20 प्रतिशत कच्चा तेल गुजरता है. हालांकि अधिकारी ने इस बात से इंकार किया है कि जहाज जल क्षेत्र में प्रदूषण फैला रहा था. दक्षिण कोरिया के विदेश मंत्रालय ने जहाज को मुक्त करने की मांग करते हुए बयान में कहा कि इसके चालक दल के सदस्य सुरक्षित हैं.

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दक्षिण कोरिया भेजेगा विध्वंसक पोत
दक्षिण कोरिया के रक्षा मंत्रालय ने कहा है कि वह होरमुज जलडमरूमध्य के पास समुद्री लूट रोधी एक इकाई भेज रहा है. जिसमें एक विध्वंसक पोत और करीब 300 सैनिक होंगे. अमेरिकी विदेश विभाग ने भी टैंकर को फौरन छोड़ने की मांग की है. साथ ही आरोप लगाया है कि प्रतिबंधों के दबाव को कम कराने के लिए ईरान, फारस की खाड़ी में नौवहन अधिकारों एवं स्वतंत्रा को खतरा पैदा कर रहा है. गौरतलब है कि पिछले साल भी ईरान ने इसी तरह से एक ब्रिटिश तेल टैंकर पर कब्जा कर लिया था और उसे महीनों तक अपने पास रोककर रखा था.

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