नई दिल्ली/गाजियाबाद: गुरुवार को यूपी गेट पर आयोजित महापंचायत में भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष के आह्वान पर पश्चिम उत्तर प्रदेश के 18 खाप चौधरियों और उनके प्रतिनिधियों ने शिरकत की. जिसमें ये निर्णय लिया गया कि सरकार और किसानों के बीच कोई संघर्ष ना हो, शांतिपूर्वक मामले का निस्तारण किया जाए.
भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने महापंचायत को संबोधित करते हुए कहा कि जब से यूपी गेट पर देश का अन्नदाता आंदोलन कर रहा है, तब से वो भी मुजफ्फरनगर में रहते हुए जमीन पर ही सोते हैं. बिस्तर त्याग दिया है. दिन-रात मुझे अपने किसान भाइयों की चिंता रहती है.
चौधरी नरेश टिकैत ने कहा-
जब यूपी गेट के लिए निकले थे, तब प्रशासन उनके पास मिन्नतें करने आया और कहा कि अभी मामला इतना इतना सख्त नहीं है कृपया आप ट्रैक्टर-ट्रॉली, लाव-लश्कर के साथ ना जायें. अगर सरकार का कड़ा रुख हुआ तो हम लाखों ट्रैक्टरों के साथ दिल्ली की तरफ कूच करेंगे.
आज का मकसद हमारा सिर्फ यहां पहुंचकर पंचायत करना था. आज का निर्णय यही लिया गया है कि हम सरकार से वार्ता करेंगे और परिस्थितियों के मद्देनजर आगे की कार्रवाई करेंगे.
ईटीवी भारत से बातचीत में भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश टिकैत ने कहा-
किसान नेताओं से विचार-विमर्श जारी है. किसान चाहता है कि कोई बीच का रास्ता निकालकर सरकार मांगे पूरी करे. सरकार अगर दो कदम पीछे हटती है तो किसान भी दो कदम पीछे हटने को तैयार है, लेकिन पहले सरकार को दो कदम पीछे हटना होगा. सरकार के अड़ियल रवैये से कोई समाधान नहीं निकल सकता है. फिलहाल जब तक कोई समाधान नहीं होता है तब तक आंदोलन जारी रहेगा.
नरेश टिकैत ने कहा जिन किसानों ने किसान आंदोलन के दौरान अपनी जान गवाई है, सरकार उन तमाम किसानों को शहीद का दर्जा दे.
महापंचायत में अट्ठारह खाप के सर्व खाप के मंत्री सुभाष चौधरी ने कहा कि अगर हमारा किसान सड़क पर है तो हम चैन से कैसे सो सकते थे. अगर भाजपा सरकार देश भर में अपने प्रतिनिधि हर जिलों में किसान को समझाने भेज रही है तो हम भी सरकार को समझाने की कार्रवाई करेंगे. एक बुजुर्गों की कहावत है "तंग आए तो जंग आए". लिहाजा हम लोग इस सरकार से तंग आ चुके हैं और शांति पूर्वक दिल्ली घेरकर बैठे हैं.