नई दिल्ली: राउज एवेन्यू कोर्ट ने बुधवार को एनएसई को-लोकेशन घोटाले से जुड़े मनी लांड्रिंग केस में एनएसई के पूर्व एमडी और सीईओ रवि नारायण को दो दिन की ईडी की हिरासत में भेज दिया. प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मंगलवार को फोन टैपिंग और जासूसी से जुड़े मनी लांड्रिंग मामले में रवि नारायण को गिरफ्तार किया था.
विशेष न्यायाधीश सुनैना शर्मा की अदालत ने केन्द्रीय एजेंसी की अपील पर रवि नारायण को दो दिन की हिरासत में भेज दिया है. रवि नारायण अप्रैल 1994 और मार्च 2013 के बीच नेशनल स्टॉक एक्सचजेंस एनएसई के एमडी और सीईओ रहे थे. अप्रैल 2013 में उनकी नियुक्ति नॉन एग्जीक्यूटिव वाइस चेयरमैन के रूप में हुई थी. उन्होंने वाइस चेयरमैन के रूप में जून 2017 तक काम किया था. रवि नारायण पर 2009 से 2017 तक एनएसई के कर्मचारियों का गैरकानूनी तरीके से फोन टैप करने का आरोप है.
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ईडी ने इससे पहले एनएसई की एक अन्य पूर्व एमडी एवं सीईओ चित्रा रामकृष्ण को फोन टैप करने के मामले में गिरफ्तार किया था. जबकि, मामले की समानांतर जांच कर रही सीबीआई ने उन्हें ‘को-लोकेशन’ मामले में गिरफ्तार किया था. प्रवर्तन निदेशालय ने कथित अवैध फोन टैपिंग मामले में मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त संजय पांडे को भी गिरफ्तार किया है. संजय पांडे और चित्रा रामकृष्ण फिलहाल में न्यायिक हिरासत में हैं.
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