नई दिल्ली: द्वारका जिले की एएटीएस(Anti Auto Theft Squad) पुलिस ने मेवात के बवारिया गैंग के दो शातिर ठगों को गिरफ्तार किया है. जो पैसा निकालने एटीएम(ATM) पहुंचे बुजुर्गों के डेबिट कार्ड को धोखे से बदल लेते थे. वो फिर उससे शॉपिंग और कैश ट्रांजेक्शन (shopping and cash transactions) को अंजाम देते थे. इस मामले में गिरफ्तार आरोपियों की पहचान रतन सिंह और राहुल के रूप में हुई है. ये दोनों नजफगढ के रहने वाले हैं.
डीसीपी द्वारका शंकर चौधरी के अनुसार इनके पास से चार डेबिट कार्ड, दो मोबाइल और वारदात में इस्तेमाल की गई एक स्कूटी और एक बाइक बरामद की गई है. इनकी गिरफ्तारी से नौ मामलों का खुलासा भी हुआ है.
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पुलिस दोनो पीड़ितों की शिकायत के आधार पर एटीएम और आसपास के सीआईटीवी फुटेजों की जांच करते हुए संदिग्धों की पहचान में जुट गई. इसके अलावा लोकल इन्फॉर्मर्स को भी एक्टिवेट किया गया.
आखिरकार पुलिस की मेहनत रंग लाई और सूत्रों से मिली जानकारी के आधार पर उन्होंने दो आरोपियों को हिरासत में ले लिया. शिकायतकर्ता की उपस्थिति में उनसे पूछताछ के दौरान उन्होंने वारदात में अपनी संलिप्तता की बात स्वीकारते हुए बताया कि वो मेवात के घगोट के रहने वाले उसके रिश्तेदार और मास्टर माईंड जॉनी और उसके दो साथियों के साथ मिल कर वारदातों को अंजाम देते थे.
जॉनी इससे पहले भी गुरुग्राम, इंदौर और जयपुर के ऐसे मामलों में शामिल रहा है और वो इन मामलों में गुरुग्राम और पलवल का भगौड़ा है.
पूछताछ के दौरान उनकी निशानदेही पर पुलिस ने चार डेबिट कार्ड, दो स्कूटी-बाइक बरामद किए है. जांच के दौरान सीडीआर से भी उनके मोबाइल लोकेशन के वारदात के वक़्त मौके पर होने की पुष्टि हुई. पुलिस ने इस मामले में दोनो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और आगे की जांच में जुट कर उसके साथियों और मास्टरमाईंड कि तलाश में लग गयी है.
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