नई दिल्ली: दिल्ली सरकार (Delhi Government) की बाढ़ और सिंचाई विभाग (Flood and Irrigation Department) की तरफ से यमुना की बाढ़ क्षेत्र (Yamuna floodplain) में सतही जलाशय की निर्माणकार्य योजना इस मानसून में पूरी की जाएगी. इस योजना के लिए पल्ला क्षेत्र में 45 एकड़ जमीन का चयन किया गया है.
योजना की तैयारी की गई पूरी
परियोजना से जुड़े एक अधिकारी ने बताया कि इस योजना के तीसरे और अंतिम चरण के लिए सभी तैयारियां पूरी हो चुकी हैं. पिछले दो चरण के अंतर्गत अंडर ग्राउंड वाटर के स्तर में 0.5 से 2 मीटर की वृद्धि दर्ज की गई थी. अधिकारी ने बताया कि तीसरे चरण में ग्राउंड वाटर में होने वाली विधि को दर्ज करने के लिए यमुना की बाढ़ क्षेत्र में 35 पीजोमीटर लगाए गए हैं, जो अंडर ग्राउंड वाटर लेवल की वृद्धि को दर्ज करेंगे.
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1000 एकड़ में निर्माण की योजना
इस योजना से जुड़े अधिकारी ने बताया कि भविष्य में बाढ़ और सिंचाई विभाग (Flood and Irrigation Department) की तरफ से इस योजना के अंतर्गत 1000 एकड़ जमीन में जलाशय के निर्माण की योजना है, ताकि इन जलाशयों से पानी की आपूर्ति की जा सके.
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डिसिल्टिंग में खर्च हुए 8 करोड़
अधिकारी ने बताया कि इस योजना के पहले चरण के अंतर्गत 2019 में यमुना नदी (Yamuna River) में भीषण बाढ़ आई थी, जिसके कारण पानी का स्तर इतना ज्यादा बढ़ गया था कि पानी जलाशय के 2 मीटर ऊपर से बह रही थी. उस साल मानसून के दौरान यमुना नदी में 8 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया था. बाढ़ के बाद पूरे यमुना के किनारे काफी ज्यादा मात्रा में सिलिटिंग हो गई थी, जिसे साफ करने के लिए हमें 8 करोड़ रुपए खर्च करने पड़े थे.