नई दिल्ली : दक्षिण जिले की एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट के कर्मचारियों ने लापता हुए 13 साल के लड़के का उसके परिवार से पुनर्मिलन करवाया है. दरअसल एएचटीयू दक्षिण जिले के कर्मचारियों ने लापता बच्चों की काउंसलिंग के लिए कस्तूरबा निकेतन, लाजपत नगर में एक अवलोकन गृह का दौरा किया था.
काउंसिलिंग के दौरान टीम के सदस्यों ने पाया कि 13 साल का एक लड़का अपने निवास के बारे में बताने की कोशिश कर रहा था, लेकिन पूरा पता नहीं बता पा रहा था. पूछताछ पर पता चला कि उसे पीएस कश्मीरी गेट दिल्ली के कर्मचारियों द्वारा अवलोकन गृह में भेजा गया था.
AHTU ने ईमानदारी से प्रयास किए और लड़के को और अधिक परामर्श दिया. टीम द्वारा लगातार परामर्श और नियमित यात्रा के बाद बच्चे ने उत्तर प्रदेश के लोनी के पास अपने गांव का पता लगाया. इसके बाद टीम ने संबंधित पुलिस स्टेशन से संपर्क किया, लेकिन लापता लड़के के बारे में कोई गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज नहीं की गई थी.
हालांकि टीम लगातार प्रयासों के चलते लापता लड़के के माता-पिता से संपर्क करने में सफल रही. इसके माता-पिता से संपर्क किया गया, जिन्होंने लापता लड़के की पहचान की. बच्चे के माता-पिता को बुलाया गया और बच्चे को सीडब्ल्यूसी के माध्यम से उसके माता-पिता को सौंप दिया गया.