नई दिल्लीः राजधानी के बुराड़ी इलाके के वेस्ट कमल विहार कॉलोनी में दिल्ली जल बोर्ड के पानी की पाइपलाइन तो बिछी है लेकिन पीने का पानी इसमें नहीं आता. इन कॉलोनियों के लोगों को टैंकर के पानी के भरोसे रहना पड़ रहा है. वहीं, दिल्ली में बीते दो वर्षों से यमुना नदी में पानी पर्याप्त मात्रा में नहीं होने से यमुना किनारे खेती करने वाले किसानों को काफी समस्याएं हो रही है. वहीं दूसरी तरफ उत्तरी दिल्ली के वजीराबाद इलाके के मुख्य गली की हालत बारिश के बाद बदहाल हो चुकी है. दरअसल, नाला बनाने का काम पूरा न होने की वजह से जलभराव की समस्या उत्पन्न हो गई है.
वेस्ट कमल विहार कालोनी करीब डेढ़ दशक पुरानी है. यहां पर दिल्ली जलबोर्ड के पानी की पाइप लाइन भी बिछी हुई है, उसके बावजूद भी लोगों को सालों से पानी नही मिल रहा है. उन्हें टैंकर से पीने का पीना मुहैया कराया जाता है लेकिन कई बार पानी लेने के लिए लोगों के बीच झगड़ा हो जाती है. लोगों का आरोप है की सफ्ताह में एक बार बड़ी मुश्किल से पानी का टैंकर आता है. सभी को पानी भरना होता है, लोग अपने बड़े-बड़े ड्रम भरते है ताकि किसी परेशानी का सामना न करना पड़े. पीने के पानी के लिए रोज 40 रुपये का पानी खरीदना पड़ता है.
दिल्ली में बीते दो सालों से यमुना नदी में पानी नहीं होने की वजह से दिल्ली के किसान काफी परेशान हैं. यमुना किनारे खेती करने वाले किसानों का कहना है कि यमुना नदी में पानी नहीं होने की वजह से खेती के लिए पर्याप्त रूप से पानी नहीं मिल पा रहा है. साथ ही जमीनी पानी का स्तर भी लगातार घट रहा है. बीते कुछ महीनों में यमुना किनारे के इलाकों में जमीनी पानी का स्तर बड़ी तेजी से घटा है और जिसका असर सीधा खेती पर पड़ रहा है. किसानों का कहना है कि खेती करते हुए कई पुस्तें गुजर गई. पूर्वजों की खेती के सहारे अपने परिवार पालने की परंपरा को आगे बढ़ा रहे हैं. गरीबी के चलते उसी परंपरा को आगे बढ़ा रहे हैं. दिल्ली में यमुना किनारे खेती करने वाले हजारों की संख्या में किसान है, जो जमीनी पानी या फिर यमुना के पानी पर आश्रित खेती करते है.
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उधर, दिल्ली में एक दिन पहले हुई बारिश के बाद वजीराबाद इलाके के मुख्य गली की हालत बदहाल है. वजीराबाद इलाके में मुख्य सड़क के दोनों और फ्लड विभाग द्वारा नाले बनाने का काम किया जा रहा है, जो पिछले कई दिनों से लंबित पड़ा हुआ है. इससे इलाके में हादसे का डर बना हुआ है. एक ओर जहां दिल्ली सरकार दिल्ली को वर्ल्डक्लास सिटी बनाने की बात करती है. वहीं कुछ घंटों की बारिश से दिल्ली सरकार के दावों की पोल खुल जाती है. महीनों बाद भी नाले पूरी तरह से कवर नहीं किए गए हैं और न ही अभी लोगों की सुरक्षा के लिए कोई इंतजाम किया गया है. बारिश के बाद इलाके में गंदगी का आलम है और लोग इसी गंदगी के बीच से निकलने को मजबूर है.