नई दिल्लीः उत्तर-पूर्वी दिल्ली में हुई हिंसा को आज दो वर्ष बीत गए हैं. दंगे में रेहड़ी पटरी वालाें काे काफी नुकसान हुआ था. दिल्ली सरकार ने दंगा पीड़ितों की मदद के लिए मुआवजा का ऐलान किया था, लेकिन आज दंगे के दो साल बाद भी कई पीड़ित हैं जिन्हें मुआवजे का इंतजार है.
फरवरी 2020 में दंगाइयों ने घरों, दुकानों, पेट्रोल पंप, पार्किंग से लेकर रेहड़ी पटरी वालों की दुकानों तक को जला दिया था. इन पीड़ितों की मदद के लिए दिल्ली सरकार ने मुआवजे का एलान किया था. भजनपुरा चौक पर मजार के पास फूल बेच कर जीवन बसर करने वाले लोगों की रेहड़ी पटरी को भी दंगाइयों ने नहीं बख्शा था. उसमें आग लगा दी थी.
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पीड़ित रेहड़ी पटरी वालों ने बताया कि वह लोग फूल बेच के परिवार का लालन पालन करते हैं. दंगे में दंगाइयों ने उनके रेहड़ी पटरी में आग लगा दी थी. लेकिन उन्हें मुआवजा नहीं मिला. मुआवजे के लिए आवेदन दिया था, सर्वे भी हुआ लेकिन अबतक मुआवजा नहीं मिल पाया है. पीड़ित ने बताया कि दाे साल से कार्यालय के चक्कर काट रहे हैं.
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