नई दिल्ली: कोरोना (Corona) की दूसरी लहर (Second Wave) की भयावहता के बीच इसे लेकर सभी सरकारों ने कमर कसी थी कि जल्द से जल्द लोगों को वैक्सीनेट करना है, ताकि तीसरी लहर (Third Wave) से पहले सभी को सुरक्षित किया जा सके. शुरुआत में इस कोशिश में तेजी तो दिखी, लेकिन अब यह क्रम मंद पड़ गया है. इसे इस बात से समझा जा सकता है कि कभी हर दिन एक लाख को पार करने वाला वैक्सीनेशन (Vaccination) का आंकड़ा महज 40-50 हजार पर सिमट रहा है.
16 जनवरी से शुरू हुआ था वैक्सीनेशन
दिल्ली में 16 जनवरी से वैक्सीनेशन (Vaccination) की शुरुआत हुई थी. तब मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (CM Arvind Kejriwal) ने कहा था कि जल्द से जल्द सभी दिल्ली वालों को वैक्सीन (Vaccine) लगानी है. 45+ के लिए जब वैक्सीनेशन (vACCINATION) की शुरुआत हुई, तब दिल्ली सरकार (Delhi Government) ने लक्ष्य निर्धारित किया कि अगर सप्लाई सुचारू रहती है, तो दिल्ली सरकार पूरी दिल्ली वालों को अगले 3 महीने में वैक्सीन (Vaccine)) लगा देगी, लेकिन इसके बाद लगतर सप्लाई में समस्या आने लगी और लक्ष्य अब अधर में लटक गया है.
4 मई से युवाओं को लग रहा टीका
वैक्सीन सप्लाई (Vaccine Supply) की समस्या ने तब बड़ा रूप धारण किया, जब दिल्ली में 3 मई से 18 साल से ज्यादा उम्र वालों के वैक्सीनेशन की शुरुआत हुई. दिल्ली सरकार ने युद्ध स्तर पर इसके लिए व्यवस्था की, 81 स्कूलों में सबसे पहले 18 से 44 आयु वर्ग के लोगों के लिए वैक्सीनेशन की व्यवस्था की गई थी, लेकिन कुछ दिनों के वैक्सीनेशन के बाद ही को-वैक्सीन (Covaxin) का स्टॉक खत्म हो गया. उसके कुछ दिन बाद इस आयु वर्ग के लिए कोविशील्ड (Covishield) भी खत्म हो गई.
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दो हफ्ते से बंद है युवाओं का वैक्सीनेशन
अब स्थिति यह है कि बीते 2 हफ्ते से दिल्ली में 18 से 44 आयु वर्ग का वैक्सीनेशन बंद है. इस बीच दिल्ली सरकार (Delhi Government), केंद्र सरकार (Central Government) और वैक्सीन उत्पादक कंपनियों के बीच लगातार चिट्ठी पत्री का दौर जारी है. मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री को कई पत्र भेजे हैं. कंपनियों से दिल्ली सरकार ने अपील की, लेकिन सप्लाई नहीं मिल पा रही है. इस बीच भाजपा (BJP) दिल्ली सरकार पर आरोप लगा रही है कि दिल्ली सरकार जानबूझकर वैक्सीन की किल्लत दिखा रही है.
राज्यों द्वारा ग्लोबल टेंडर के विरोध में दिल्ली
इन दिनों मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल लगातार केंद्र सरकार से मांग कर रहे हैं कि राज्यों के जरिए ग्लोबल टेंडर (Global Tender) कराने की बजाय केंद्र सरकार खुद एकमुस्त वैक्सीन का आर्डर (Vaccine Order) करें और सभी राज्यों में उसको वितरण करें. आज भी मुख्यमंत्री ने इसे लेकर केंद्र सरकार से कहा है कि करीब डेढ़ महीने हो गए, जब केंद्र ने राज्यों को इसे लेकर निर्देश दिया था, लेकिन इन डेढ़ महीने में एक भी राज्य अपने स्तर पर वैक्सीन की व्यवस्था नहीं कर सका है. इसलिए केंद्र सरकार को ही आगे आना चाहिए.
'केंद्र पर वैक्सीन की व्यवस्था का दबाव'
हालांकि गौर करने वाली बात यह है कि दिल्ली के मुख्यमंत्री ने ही पिछले महीने यह बयान दिया था कि वैक्सीन की व्यवस्था की जिम्मेदारी केंद्र को राज्यों के हाथ में देनी चाहिए. मुख्यमंत्री ने इसे लेकर भी मांग की थी कि लोगों को वैक्सीन के लिए स्लॉट लेने में जो समस्या आ रही है, उसकी व्यवस्था की जिम्मेदारी भी राज्य सरकारों की होनी चाहिए. लेकिन अब दिल्ली सरकार लगातार केंद्र सरकार पर इसे लेकर दबाव डाल रही है कि केंद्र सरकार अपने स्तर पर वैक्सीन की व्यवस्था करे.
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'18+ के लिए बची है सिर्फ 3190 डोज'
आपको बता दें कि दिल्ली में 45 से ज्यादा आयु वर्ग वाले कुल 45,18,610 लोगों को वैक्सीन लगाई जा चुकी है. इस आयु वर्ग के लिए दिल्ली को अब तक कुल 48,77,110 डोज वैक्सीन मिली है, जिनमें से 3,58,503 डोज अभी बची है. वहीं, 18 से 44 आयु वर्ग की बात करें, तो इस आयु वर्ग के लिए दिल्ली को अब तक 8,17,690 डोज वैक्सीन नहीं मिल सकी है और इसमें से 8,14,500 लोगों को वैक्सीन लगाई जा चुकी है. इस आयु वर्ग के लिए अभी मात्र 3190 डोज वैक्सीन बची है.
'केंद्र पर वैक्सीनेशन घोटाले का आरोप'
आपको बता दें कि बीते दिनों ही उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया (Manish Sisodia) ने डिजिटल प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए केंद्र सरकार से युवाओं के लिए वैक्सीन सप्लाई (Vaccine Supply) की अपील की थी. प्राइवेट अस्पतालों (Private Hospitals) में चल रहे हैं सुचारू वैक्सीनेशन और राज्य सरकारों के पास की किल्लत को लेकर दिल्ली सरकार ने केंद्र सरकार पर घोटाले का भी आरोप लगाया है. बीते दिन ही आम आदमी पार्टी प्रवक्ता आतिशी ने कहा था कि प्राइवेट अस्पतालों को आसानी से वैक्सीन मिल रही है और राज्य सरकारों को यह मुहैया नहीं हो रही है, इसमें कहीं ना कहीं घोटाला (Vaccine Scam) जरूर है.
'अब तक 53 लाख लोगों का वैक्सीनेशन'
गौरतलब है कि दिल्ली में 18 से 44 आयु वर्ग के सभी वैक्सीनेशन सेंटर (Vaccination Center) और सभी साइट्स बंद हैं. वहीं 495 सेंटर की 717 साइट्स पर 45 साल से ज्यादा आयु वर्ग के लोगों का वैक्सीनेशन हो रहा है. 29 मई को पूरी दिल्ली में 53,881 लोगों को वैक्सीन दी गई थी, इनमें से पहला डोज 38757 लोगों को और दूसरा डोज 15,124 लोगों को दिया गया. कुल मिलाकर दिल्ली में अब तक 53,42,386 लोगों को वैक्सीन दी जा चुकी है. इसमें पहला डोज पाने वाले 41,38,523 लोग हैं, वही 12,03,863 लोगों को दूसरा डोज दिया गया है.