नई दिल्ली: उत्तरी जिले की एंटी ऑटो थेफ्ट स्क्वायड पुलिस टीम ने सात साल से फरार एक पीओ (भगोड़ा) को गिरफ्तार किया है. यह कड़कड़डूमा कोर्ट की ओर से साल 2015 में भगोड़ा घोषित किया गया था. आरोपी खुद को गिरफ्तारी से बचाने के लिए अलग-अलग जगह छिप रहा था.
उत्तरी जिले के डीसीपी सागर सिंह कलसी ने बताया कि एंटी ऑटो थेफ्ट स्क्वायड टीम के हेड कांस्टेबल पुनीत को गुप्त सूचना मिली. संदीप नाम का पीओ अमित विहार, हाजीपुर लोनी इलाके में छिपा हुआ है. इसे कड़कड़डूमा कोर्ट ने भगोड़ा घोषित किया है. यदि आरोपी को गिरफ्तार करने के लिए रेड जाए तो आरोपी गिरफ्तार हो सकता है. जानकारी सीनियर अधिकारियों से सांझा की गई. इसके बाद एएटीएस टीम ने रेड कर लोनी इलाके से भगोड़े को गिरफ्तार कर लिया.
पूछताछ के दौरान भगोड़े संदीप (36) ने बताया कि वह नशे का आदी है. हेल्पर के तौर पर एक फैक्ट्री में काम करता था. उत्तर प्रदेश में रहते हुए उसे 2008 में बर्गरली के एक केस में पकड़ा गया था. इसके बाद साल 2015 में उसे कड़कड़डूमा कोर्ट द्वारा पीओ घोषित किया गया. आरोपी कोर्ट के आदेश के बाद खुद को गिरफ्तारी से बचाने के लिए जगह-जगह छिपकर खुद को बचा रहा था.
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