नई दिल्ली : नॉर्थ एमसीडी (North MCD) में कार्यरत लगभग 7000 शिक्षक आज सुबह से दिल्ली बीजेपी (Delhi BJP Office) के प्रदेश कार्यालय 14 पंडित पंत मार्ग के बाहर वेतन, एरियर, डीए समेत कई मांगों को लेकर धरने पर बैठ गए है. शिक्षकों का कहना है कि जब तक सभी शिक्षकों के हक का पूरा बकाया वेतन नहीं मिलता और बाकी मांगों को लेकर निर्णायक हल नहीं निकलता. तब तक इसी तरह से धरना प्रदर्शन जारी रहेगा. शिक्षकों के द्वारा ऑनलाइन क्लासेस (Online Classes In delhi) पूरी तरीके से बंद कर दी गई हैं. जिसकी वजह से अब नॉर्थ एमसीडी (North MCD School) में पढ़ने वाले तीन लाख से ज्यादा बच्चों के भविष्य संकट में है.
धरने पर बैठे नॉर्थ एमसीडी के शिक्षकों (North MCD Teachers) ने कहा कि पिछले काफी लंबे समय से उन्हें समय पर वेतन नहीं मिल रहा है. इसकी वजह से हालात अब काफी ज्यादा खराब हो गए हैं और शिक्षकों को कई परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. यहां तक कि आज एक शिक्षक अपने परिवार का पेट तक नहीं भर पा रहा है. घर का खर्चा बिजली का बिल बच्चों की फीस यह सभी ऐसे खर्चे हैं, जो शिक्षकों के सामने खड़े हुए हैं. यहां तक कि अब तो बैंक भी शिक्षकों को लोन नहीं ले रहा है और कुछ शिक्षकों के घर तो बैंक के द्वारा ईएमआई न चुकाने को लेकर सील भी किए जा चुके हैं. दूसरी तरफ शिक्षकों को बेहतर इलाज भी नहीं मिल पा रहा है, जिसकी वजह से शिक्षक परेशान हैं. ऐसे में शिक्षकों को मजबूर होकर धरने पर अब बैठना पड़ रहा है.
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धरने पर बैठे शिक्षकों (teachers sitting on dharna) की प्रमुख रूप से चार मांगे हैं.जिसमें पहली मांग निगम कर्मचारियों के पूरे बकाया वेतन जारी करने की है. दूसरी मांग निगम कर्मचारियों को मिलने वाले डीए ओर बोनस की की है. तीसरी मांग निगम कर्मचारियों के एरियर के साथ एमएसीपी की है, जो साल 2017 से पेंडिंग है. चौथी मांग निगम में कार्यरत सभी शिक्षकों के लिए कैशलेस मेडिकल इलाज की सुविधा की है. शिक्षकों का कहना है कि जब तक इन सभी चारों मांगों को लेकर कोई निर्णायक फैसला नहीं हो जाता और वेतन नहीं मिल जाता तब तक इसी तरह धरने पर बैठे रहेंगे.