नई दिल्ली: मिल्स ऑफ हैपीनेस नाम के एनजीओ ने स्लम इलाके में बच्चों को बांटी चॉकलेट बांटी. एनजीओ की प्रेसिडेंट ने बताया कि yogurt berry की अलग-अलग तरह की वैरायटी है. जो उन लोगों के लिए काफी ज्यादा फायदेमंद है, जिनको खाने मे प्रोटीन नहीं मिलता. या तो जो लोग काम करते-करते थक जाते हैं और खाना खाना भूल जाते हैं. उनके लिए यह न्यूट्रिशन बार बहुत ही ज्यादा फायदेमंद है. क्योंकि इसमें प्रोटीन, कैल्शियम, विटामिन ए, विटामिन सी, विटामिन ई, जैसे कई नेचुरल इनग्रेडिएंट्स है.
आपको बता दें कि MEALS OF HAPPINESS लगातार कोरोना के समय से इस तरीके का काम कर रहा है. यह जगह-जगह पर लोगों को खाना, कपड़े और इसी तरह की मदद करता रहता है.एनजीओ का कहना है कि इन्होंने कई कैंसर मरीज को ठीक करवा कर नौकरी दिलाई है और आने वाले समय में यह गरीबों की मदद करेंगे.