नई दिल्ली : दिल्ली में स्वतंत्रता दिवस के मौके पर चप्पे-चप्पे पर पुलिस तैनात है. सुरक्षा के बड़े-बड़े दावे भी किए जा रहे हैं, लेकिन पिछले एक हफ्ते में कुछ ऐसी घटनाएं दिल्ली के उत्तरी पश्चिमी और उत्तरी बाहरी जिले में घटी है जिससे सुरक्षा के तमाम दावे खोखले साबित हो रहे हैं. साथ ही पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवालिया निशान खड़े होते हैं.
पहला मामला दिल्ली के आदर्श नगर इलाके का है. यहां 3 दिन पहले एक ढाबा में काम करने वाले व्यक्ति का ई-रिक्शा चालक से खाने के पैसे मांगना महंगा पड़ गया. ई-रिक्शा चालक ने अपने दोस्तों को बुलाकर ढाबे में काम करने वाले व्यक्ति की जमकर पिटाई कर दी, जिससे उस व्यक्ति की मौत हो गई. ढाबे में काम करने वाले व्यक्ति का नाम दिलीप था.
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वहीं, 13 अगस्त की रात को दिल्ली भलस्वा डेरी थाना इलाके में भी एक ऐसा मामला सामने आया. यहां मामूली प्रॉपर्टी विवाद के चलते सगे भाई ने ईंट से मारकर भाई की हत्या कर दी. दिल्ली के स्वरूप नगर इलाके में भी एक ऐसा ही वाक्या सामने आया है, जहां पिता के सामने बेटे की बेरहमी से पीट-पीटकर हत्या कर दी गई. स्वतंत्रता दिवस की रात को ही दिल्ली के जहांगीरपुरी में दो गुटों में झगड़े के बाद जमकर गोलीबारी हुई, जिसमें कई राउंड गोलियां चलाई गईं. इसमें 4 लोगों को गोली लग गई.
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