नई दिल्ली : दिल्ली सरकार द्वारा गत वर्ष लागू नई आबकारी नीति में घोटाले की जांच कर रही CBI ने आज उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया (Delhi Deputy CM Manish Sisodia) को तलब किया है. CBI ने सुबह 11 बजे सिसोदिया को पूछताछ के लिए बुलाया है. इसकी सूचना रविवार को स्वयं मनीष सिसोदिया ने ट्वीट कर दी. मनीष सिसोदिया ने कहा है उन्हें रेड में कुछ मिला नहीं. अब मुझे तलब किया गया है, मैं पूरा सहयोग करूंगा.
सीबीआई द्वारा तलब किए जाने पर मनीष सिसोदिया ने ट्वीट कर लिखा है, 'मेरे घर पर 14 घंटे सीबीआई रेड कराई, कुछ नहीं निकला. मेरा बैंक लॉकर तलाशा, उसमें भी कुछ नहीं निकला. मेरे गांव में इन्हें कुछ नहीं मिला. अब इन्होंने कल 11 बजे मुझे सीबीआई मुख्यालय बुलाया है. मैं जाऊंगा और पूरा सहयोग करूंगा. 'सत्यमेव जयते'.
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मेरे घर पर 14 घंटे CBI रेड कराई, कुछ नहीं निकला. मेरा बैंक लॉकर तलाशा, उसमें कुछ नहीं निकला. मेरे गाँव में इन्हें कुछ नहीं मिला.
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अब इन्होंने कल 11 बजे मुझे CBI मुख्यालय बुलाया है. मैं जाऊँगा और पूरा सहयोग करूँगा.
सत्यमेव जयते.
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अब इन्होंने कल 11 बजे मुझे CBI मुख्यालय बुलाया है. मैं जाऊँगा और पूरा सहयोग करूँगा.
सत्यमेव जयते.मेरे घर पर 14 घंटे CBI रेड कराई, कुछ नहीं निकला. मेरा बैंक लॉकर तलाशा, उसमें कुछ नहीं निकला. मेरे गाँव में इन्हें कुछ नहीं मिला.
— Manish Sisodia (@msisodia) October 16, 2022
अब इन्होंने कल 11 बजे मुझे CBI मुख्यालय बुलाया है. मैं जाऊँगा और पूरा सहयोग करूँगा.
सत्यमेव जयते.
वहीं पूछताछ शुरू होने से पहले पहले दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के घर आप विधायक दुर्गेश और कुलदीप उनसे मिलने पहुंचे.
मनीष सिसोदिया के खिलाफ आरोप है कि जब आबकारी विभाग ने शराब की दुकानों के लिए लाइसेंस (license for liquor shops) जारी किए तो इस दौरान मनीष सिसोदिया द्वारा प्राइवेट वेंडर्स को 144 करोड़ 36 लाख रुपये का फायदा पहुंचाया. आरोप है कि उन्होंने लाइसेंस फीस माफ कर फायदा पहुंचाया. दिल्ली के शराब नीति मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने हाल ही में पहली गिरफ्तारी की थी. ईडी ने मनीष सिसोदिया के करीबी समीर महेंद्रू को गिरफ्तार किया था. सीबीआई द्वारा दर्ज एफआईआर में कुल 14 आरोपियों के नाम दर्ज हैं, इसमें मनीष सिसोदिया का नाम सबसे ऊपर है.
CBI के समन पर आम आदमी पार्टी की प्रतिक्रिया: आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने कहा कि गुजरात में मनीष सिसोदिया की चुनावी रैलियों से पहले सीबीआई का नोटिस भाजपा की हार का संकेत है. भाजपा की सीबीआई ने नोटिस भेजकर मनीष सिसोदिया को पूछताछ के लिए नहीं बल्कि गिरफ्तार करने के लिए बुलाया है. गुजरात में भाजपा को हार का डर सता रहा है. रातों की नींद हराम हो गई है. भाजपाइयों के पास सिर्फ आम आदमी पार्टी के नेताओं का उत्पीड़न करने का काम बचा है. गुजरात में आम आदमी पार्टी और भाजपा की सीधी टक्कर है. उन्होंने कहा कि इससे पहले मनीष सिसोदिया पर 10 हजार करोड़ रुपये का घोटाला करने का झूठा आरोप लगाया. सीबीआई ने 10 हजार करोड़ के घोटाले को पकड़ने के नाम पर 500 जगह पर छापेमारी की है. दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के घर सीबीआई ने 14 घंटे छापेमारी की. इसके बाद भी बेनामी संपत्ति, एक रुपये की बरामदगी और किसी प्रकार के भ्रष्टाचार का कोई सबूत नहीं मिला.
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CBI के समन पर कांग्रेस की प्रतिक्रिया: प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष चौधीर अनिल कुमार ने कहा कि सीबीआई ने शराब घोटाले में सीबीआई की एफआईआर में आरोपी नंबर वन उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को सोमवार को पूछताछ के लिए बुलाया है. उन्होंने कहा कि मनीष सिसोदिया ने मंत्री के रूप में बने रहने का अपना नैतिक अधिकार और विश्वसनीयता को खो दिया है, इसलिए उन्हें खुद इस्तीफा दे देना चाहिए. उन्हें मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल तुरन्त प्रभाव से बर्खास्त करें. उन्होंने कहा कि जब सीबीआई ने कुछ हफ्ते पहले 15 घंटे से अधिक समय तक उनके घर की तलाशी ली थी तो सिसोदिया ने अपने आप को निर्दोष साबित दिखाने के लिए यह कहकर इसे कम आंकने की कोशिश की कि सीबीआई ने उनके आवास से कुछ भी नहीं बरामद किया. उन्होंने कहा कि शराब घोटाले के अलावा, सिसोदिया क्लास रूम निर्माण घोटाला, शौचालय परिसर रखरखाव अनुबंध घोटाला, दिल्ली जल बोर्ड घोटाला और केजरीवाल सरकार के कई अन्य भ्रष्ट सौदों के सरताज है. उन्होंने कहा कि सभी घोटाले केजरीवाल के दरवाजे पर खत्म होते हैं, लेकिन सिसोदिया कानून के शिकंजे से नहीं बच सकते.
भाजपा की प्रतिक्रिया: प्रदेश बीजेपी के प्रवक्ता प्रवीण शंकर कपूर का कहना है कि आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह, सौरभ भारद्वाज, आतिशी रविवार सुबह से कह रहे हैं कि सोमवार को मनीष सिसोदिया को CBI गिरफ्तार कर लेगी. CBI ने तो केवल समन किया है इन आप नेताओं को गिरफ्तारी का डर सता रहा है. इसका मतलब साफ है कि मनीष सिसोदिया ने घोटाला किया है.
नई आबकारी नीति के तहत किस तरह किया गया प्लान?: दिल्ली की नई आबकारी नीति (New Excise Policy) 2021-2022 के तहत पूरी दिल्ली को 32 लिकर जोन में बांटा गया. 9 जोन ने पहले ही लाइसेंस सरेंडर कर दिया है. इसके तहत 849 दुकानें खुलीं. 31 जोन में 27 दुकानें मिली. एयरपोर्ट जोन को 10 दुकानें मिलीं. 639 दुकानें 9 मई को और 464 दुकानें 2 जून को खोली गईं. जबकि 17 नवंबर 2021 को लागू होने से पहले दिल्ली में शराब की कुल 864 दुकानें थी. 475 दुकानें सरकार चला रही थी, जबकि 389 दुकानें प्राइवेट थीं.
पुरानी आबकारी नीति के तहत कैसे बिकती थी शराब?: पुरानी शराब पॉलिसी में L1 और L10 लाइसेंस रिटेल वेंडर को दिया जाता था, जिसमें L1 दुकानें डीडीए के अप्रूव्ड मार्केट, लोकल शॉपिंग सेंटर, डिस्ट्रिक्ट सेंटर और कम्युनिटी सेंटर में चला करती थीं. दोनों तरह के लाइसेंस 2003 से चल रहे थे. L10 वाइन शॉप के लाइसेंस शॉपिंग मॉल के लिए थे. पुरानी पॉलिसी के तहत 260 प्राइवेट रिटेल शॉप, 480 गवर्नमेंट शॉप यानी कुल 740 शॉप थी. हर साल वेंडर लाइसेंस रिन्यू के लिए फीस भरता है. हालांकि होलसेल की प्राइस फिक्स थी और बिलिंग अमाउंट पर वैट लगता था.
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दिल्ली सरकार और उपराज्यपाल के बीच टकराव क्यों?: दिल्ली में नई आबकारी नीति को लेकर दिल्ली सरकार और उपराज्यपाल के बीच तनातनी जारी है. आबकारी विभाग की जिम्मेदारी संभाल रहे मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने आरोप लगाया है कि चुनिंदा दुकानदारों को फायदा पहुंचाने के इरादे से तत्कालीन उपराज्यपाल अनिल बैजल ने नीति लागू होने से ठीक पहले नीति में बदलाव किया इससे सरकार को रेवेन्यू का तगड़ा नुकसान हुआ. इसीलिए इस मामले की जांच सीबीआई करें. वहीं उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने इस पॉलिसी को लागू करने में हुई चूक और कथित अनियमितताओं के मामले में अब कड़ी कार्रवाई शुरू कर दी है. उन्होंने तत्कालीन एक्साइज कमिश्नर ए गोपी कृष्ण और डिप्टी कमिश्नर आनंद कुमार तिवारी समेत 11 लोगों को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड करने के आदेश दिए थे.
बता दें कि गत 20 अगस्त को देश की राजधानी दिल्ली में एक्साइज पॉलिसी में हुए बड़े स्तर पर भ्रष्टाचार के आरोपों के बीच उपराज्यपाल द्वारा सीबीआई जांच की सिफारिश पर उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के घर पर सीबीआई ने छापेमारी की थी. करीब 14 घंटे तक सीबीआई ने छानबीन की थी. इसे लेकर सियासी माहौल गरमाया गया था. सीबीआई कार्रवाई के बाद सिसोदिया ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा था कि सीबीआई की टीम मेरे आधिकारिक आवास पर आई थी. उन्होंने पूरे घर कि तलाशी ली थी. सीबीआई के द्वारा मेरा पर्सनल कंप्यूटर और मोबाइल फोन सीज कर दिया गया और कुछ फाइलों को साथ वह अपने साथ लेकर गयी.
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