नई दिल्लीः कोविड-19 और ओमीक्रोन के मामले लगातार तेजी से बढ़ रहे हैं. बढ़ते ओमीक्रोन के मामले और तीन जनवरी से नवयुवक-युवतियों के लिए शुरू हो रहे वैक्सीनेशन को लेकर ईटीवी भारत ने लोकनायक जयप्रकाश अस्पताल ( एलएनजेपी ) हॉस्पिटल के मेडिकल डायरेक्टर डॉ. सुरेश कुमार से बात की. उन्होंने बताया कि अब तक 370 से अधिक ओमीक्रोन के मामले सामने आए हैं. सरकार ने जो बच्चों को टीका लगाने का जो फैसला किया है, वह स्वागत योग्य है. उन्होंने सभी अभिभावकों से अपील करते हुए कहा कि वह अपने बच्चे को टीका अवश्य लगाएं, क्योंकि महामारी से खुद को बचाने के लिए सावधानी और टीका ही उपाय है.
डॉ. सुरेश कुमार ने बताया कि पिछले एक माह में 370 से अधिक केस एयरपोर्ट से आए हैं. ज्यादातर लोगों का आरटीपीसीआर पॉजिटिव था. 210 सैंपल एलएनजेपी अस्पताल में आए हैं. इनमें से 95 ओमीक्रोन के मरीज स्वस्थ होकर घर जा चुके हैं. तीन बच्चे भी ओमीक्रोन से संक्रमित थे, जिनमें से दो बच्चे स्वस्थ होकर घर जा चुके हैं. अभी एक बच्चे का इलाज चल रहा है.
उन्होंने बताया कि ओमीक्रोन के जो मरीज आए हैं, इनमें किसी भी व्यक्ति को ऑक्सीजन और रेमेडेसिविर या स्टेरॉयड की जरूरत नहीं पड़ी है. इन मरीजों का केवल सिस्टेमेटिक ट्रीटमेंट ही किया गया है. रिपोर्ट निगेटिव आते ही डिस्चार्ज कर दिया गया है.
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शनिवार से 15 से 18 वर्ष तक के नवयुवक-युवतियों के वैक्सीनेशन की रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया शुरू हो गई है. इस संबंध में एलएनजेपी के मेडिकल डायरेक्टर बताया कि इस टीकाकरण का, जो सरकार ने फैसला लिया है, वह स्वागत योग्य कदम है. विदेशों में बच्चों को पहले ही टीका लगाया जा रहा था. ओमीक्रोन का खतरा बढ़ गया है और बच्चों में ओमीक्रोन का खतरा बन रहा था. बच्चों के लिए शुरू हो रहे टीकाकरण से वह बढ़ते खतरे से बच सकेंगे.
डॉ. सुरेश कुमार ने बताया कि बच्चों को जो टीका लगाया जा रहा है, उसको लेकर कोई शक नहीं होना चाहिए. यह वैक्सीन वर्ल्ड क्लास है और भारत में बनी है. वैक्सीन का प्रॉटेक्शन रेट बहुत अच्छा है. बच्चों को टीका लगने से उन्हें ओमीक्रोन के खतरे से बचाया जा सकता है. कहीं किसी भी प्रकार से टीकाकरण को लेकर अफवाह फैलाई जाती है, तो उससे दूर रहना चाहिए. टीकाकरण ही किसी भी प्रकार के कोरोना वैरिएंट से बचा सकता है.
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