नई दिल्ली: गुरुद्वारा कमेटी के प्रधान पद के चुनाव को लेकर शिरोमणि अकाली दल दिल्ली और जागो पार्टी ने सिरसा और सरकार पर आरोप लगाया है. इस संबंध में आयोजित प्रेस वार्ता में बताया कि शिरोमणी अकाली दल दिल्ली के साथ-साथ जागो पार्टी के नेताओं ने इस लड़ाई में एकता दिखाई. इस मामले को यूं ही छोड़ा नहीं जाएगा. प्रेस वार्ता में शिरोमणी अकाली दल दिल्ली के प्रधान हरविंदर सिंह सरना ने इस घटना के लिए साफ तौर पर बीजेपी नेता मनजिंदर सिंह सिरसा को जिम्मेदार ठहराया.
उन्होंने सिरसा को कौम का गद्दार कहा, सिरसा को उन्होंने जयचंद तक कह दिया. उन्होंने कहा कि सबसे शर्म की बात यह है कि इस दौरान गुरु ग्रंथ साहब की बेअदबी हुई और यह दिन इतिहास में काला दिन के रूप में शुमार हो गया है. पहली बार हुआ है कि जब प्रधान पद के चुनाव के लिए पुलिस अंदर आई और पुलिस सिरसा के इशारे पर सारी चीजें कर रही थी.
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वहीं, जागो पार्टी के प्रमुख मनजीत सिंह जीके ने यह कहा कि इस मसले को लेकर कानूनी लड़ाई भी लड़ी जाएगी. इसके अलावा अकाल तख्त में भी इस मुद्दों को लेकर वह जाएंगे. उन्होंने यह भी कहा कि इससे पहले भी कई बार मसलों को लेकर वहां जा चुके हैं. उनकी नहीं सुनी गई है, लेकिन वह कॉम और धर्म का सम्मान करते हैं. इसलिए वह वहां भी इस मुद्दे को लेकर जाएंगे कि क्या गुरुद्वारे में पुलिस बुलाना कानूनी रूप से सही था.
वहीं, शिरोमणि अकाली दल दिल्ली सदस्य कुलवंत सिंह बाठ ने सीधे तौर पर इस घटना के लिए बीजेपी सरकार को जिम्मेदार ठहराया है. मतलब साफ है की जिस तरह से प्रधान पद का चुनाव हुआ उसको लेकर संयुक्त पार्टी अभी शांत बैठने वाली नहीं है. अब देखना यह होगा कि आने वाले दिनों में किस तरह की कार्रवाई होती हैं.