नई दिल्ली: 82 विदेशी छात्रों का डाटा JNU प्रशासन के पास मौजूद नहीं होने की ख़बरों पर विश्वविद्यालय प्रशासन ने सफाई दी है. विश्वविद्यालय प्रशासन ने कहा है कि हमारे पास सभी छात्रों के डाटा है और वो अधूरी जानकारी के साथ ख़बर बताई जा रही है.
'ऐसी अफवाहें फैलाना गलत'
विश्वविद्यालय प्रशासन ने कहा कि आरटीआई में विदेशी छात्रों के डाटा को लेकर जो सवाल पूछे गए थे उसकी पूरी जानकारी अभी मुहैय्या भी नहीं कराई गई थी और आवेदन कर्ता ने बिना किसी तथ्य के मीडिया को गलत जानकारी दी और मीडिया ने भी बिना पड़ताल किए यह खबर चला दी. साथ ही कहा कि यहां पर पढ़ने वाले छात्र अलग-अलग विभाग में पढ़ते हैं जिनकी जानकारी भी अलग-अलग विभाग में होती है और सभी जानकारियां इकट्ठा करने में समय लगता है जबकि जो आरटीआई फाइल होती है उसका जवाब एक निर्धारित समय में देना अनिवार्य होता है. ऐसे में आवेदन कर्ता द्वारा अधूरी जानकारी पर विश्वास कर मीडिया में बात को उछालना पूरी तरह गलत है.
RTI से हुआ था खुलासा
बता दें कि जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में अभी तक बढ़ी हुई हॉस्टल फीस और एनआरसी को लेकर छात्रों के विरोध प्रदर्शन के चलते सुर्खियों में था लेकिन एक आरटीआई को लेकर एक बार फिर सुर्खियों में बन गया है. आरटीआई एक्टिविस्ट सुजीत स्वामी जेएनयू में पढ़ रहे विदेशी छात्रों की जानकारी के लिए आरटीआई डाली थी जिसके जवाब में विश्वविद्यालय की ओर से कहा गया कि उनके पास 82 विदेशी छात्रों का डाटा मौजूद नहीं है. लेकिन अब विश्वविद्यालय प्रशासन ने कहा है कि उनके पास सभी छात्रों का डाटा मौजूद है.