नई दिल्लीः दिल्ली के जाफरपुर कलां थाने की पुलिस (Jafarpur Kalan police) ने एक ऐसे भगोड़े को पकड़ा है जो पिछले तीन साल से पुलिस की आंखों में धूल झोंक कर अपनी गिरफ्तारी से बच रहा था. इस भगोड़े की पहचान जयवीर के तौर पर हुई है जो जाफरपुर कलां के रावता मोड़ का रहनेवाला है.
डीसीपी एम. हर्षवर्धन के अनुसार, कोर्ट द्वारा भगोड़ा घोषित किए गए आरोपियों की पकड़ के लिए एसीपी छावला, राजवीर लंबा और एसएचओ जाफरपुर कलां गिरीश कुमार की देखरेख में एएसआई मनोज, हेड कॉन्स्टेबल श्रीपाल और कॉन्स्टेबल देवेंदर और मलखान की टीम का गठन किया गया था. पुलिस टीम भगोड़ों को दबोचने के लिए मैन्युअल और टेक्निकल सर्विलांस एक्टिवेट कर उनके बारे में जानकारियों को विकसित करने में लगी हुई थी. इसी क्रम में सूत्रों से पुलिस को एक गुप्त सूचना प्राप्त हुई, जिसमे उन्हें एक भगौड़े जयवीर के अपनी फैमिली से मिलने के लिए रावता मोड़ के डाबर एन्क्लेव आने का पता चला.
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इसके बाद पुलिस ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए ट्रैप लगाकर रावत मोड़ से आरोपी को दबोच लिया. पुलिस को जाफरपुर कलां थाने में साल 2019 में दर्ज नाईट बर्गलारी के एक मामले में इसकी तलाश थी. लगातार फरार रहने की वजह से द्वारका कोर्ट ने इसे भगौड़ा घोषित किया था. इस मामले में पुलिस आरोपी को गिरफ्तार आगे की कार्रवाई में जुट गयी है.