नई दिल्ली: राजधानी में उत्तर पूर्वी दिल्ली पुलिस ने लूट और स्नैचिंग करने वाले अंतरराज्यीय गिरोह का भंडाफोड़ किया है. पुलिस ने जाफराबाद मेट्रो स्टेशन के पास से गैंग के दो सदस्यों को गिरफ्तार किया. इस गैंग में शामिल सदस्य सॉफ्टवेयर की मदद से मोबाइल का आईएमईआई नंबर और फोन की सेटिंग बदल कर बेच देते थे. इनके पास से 66 मोबाइल फोन और बड़ी मात्रा में हार्डवेयर बरामद किए गए हैं.
आरोपियों की पहचान समीर और अजीम के तौर पर हुई है. पुलिस के मुताबिक, 22 जुलाई को वेलकम थाने में मोबाइल चोरी के संबंध में शिकायत प्राप्त हुई थी. मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की गई. इसके बाद पुलिस ने जाफराबाद मेट्रो स्टेशन के पास से मोटरसाइकिल (डीएल 5 एससीसी 6487) पर चल रहे दो व्यक्तियों को दबोच लिया. तलाशी के दौरान चोरी का मोबाइल बरामद हुआ. जांच करने पर ये भी पता चला कि वे जिस मोटरसाइकिल पर सवार थे, वह भी चोरी की थी.
आरोपियों ने अपनी पहचान मुस्तफाबाद निवासी समीर और यूपी के बरेली निवासी अजीम के तौर पर बताई है. पूछताछ के दौरान, उन्होंने स्वीकार किया कि वे स्नैचरों / लुटेरों के एक अंतरराज्यीय सिंडिकेट के सक्रिय सदस्य हैं, जो सॉफ़्टवेयर के साथ अपनी सिस्टम सेटिंग्स को बदलने के बाद स्थानीय बाजार में चोरी में लूटे गए मोबाइल फोन को बेचते हैं.
उन्होंने बताया कि वे मोबाइल फोन की मरम्मत में प्रशिक्षित हैं. अर्जुन और बिट्टू नामक गिरोह के लोगों के साथ काम करते हैं. अर्जुन और बिट्टू 10-12 सदस्यों का एक अंतरराज्यीय गिरोह है. लैपटॉप में सॉफ्टवेयर की मदद से मोबाइल फोन को अनलॉक करते थे. आईएमईआई में बदलाव कर अपने सहयोगी सिकंदर को बेचते थे, जो आगे उन्हें करोलबाग और चांदनी चौक बाजार में बेचते थे. उनकी निशानदेही पर 66 मोबाइल फोन और एक चोरी की मोटरसाइकिल बरामद की गई है.
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