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कोरोना वैक्सीन विवाद: 15 अगस्त तक कैसे आएगा कोवाक्सिन, ICMR ने दे दिया जवाब

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Published : Jul 4, 2020, 7:41 PM IST

कोरोना वैक्सीन कोवाक्सिन के क्लीनिकल ट्रॉयल और 15 अगस्त को इसका प्रयोग शरू करने पर हुए विवाद पर आईसीएमआर ने स्पष्टीकरण जारी किया है.

ICMR give clarification on corona vaccine trial and fixed date to launch it
वैक्सीन विवाद पर ICMR का जवाब

नई दिल्ली: कोविड-19 के स्वदेशी विकसित वैक्सीन कोवाक्सिन के क्लीनिकल ट्रॉयल और 15 अगस्त को इसका प्रयोग शरू करने पर हुए विवाद पर आज आईसीएमआर ने सफाई दी है.

आईसीएमआर ने एक लेटर जारी कर स्पष्ट किया है कि अफसरशाही और टेबल पर फाइलों को अटकने से बचाने के लिए यह तय किया गया कि राष्ट्रीय हेल्थ इमरजेंसी की बात है, इसलिए इसे टॉप प्राथमिकता से लिया जाय और कड़ाई के साथ तय समय पर सारे जरूरी परमिशन ले लिए जाएं ताकि 15 अगस्त तक वैक्सीन को इस्तेमाल के लिए लांच किया जा सके.

ICMR give clarification on corona vaccine trial and fixed date to launch it
प्रेस रिलीज
क्या है प्रेस रिलीज में


जब पूरी दुनिया खतरनाक कोरोना वायरस से लड़ रही है. ऐसे में किसी इफेक्टिव वैक्सीन की खोज चल रही है जो लोगों की जान बचा सके तो इसपर इतना हंगामा क्यों? पूरी दुनिया में अलग-अलग देश वैक्सीन बनाने के काम में जुटी हुई है. भारत भी स्वदेशी वैक्सीन तैयार करने में लगा हुआ है. अभी ह्यूमन ट्रायल शुरू होने वाला है. इसके लिए सब्जेक्ट को एनरोल किया जा रहा है. आईसीएमआर ने इसके लिए 15 अगस्त को एक डेडलाइन तय की है. इस दिन हम वैक्सीन को देश के नाम सुपुर्द करेंगे, लेकिन इसको लेकर कंट्रोवर्सी हो गई कि इतनी जल्दी कैसे वैक्सीन तैयार कर सकते हैं और ह्यूमन यूज के लिए इसको कैसे बता सकते हैं.


'सारे गाइडलाइन्स पालन किये गए हैं'

आईसीएमआर ने कहा कि किसी भी वैक्सीन को विकसित करने के लिए सेफ्टी, क्वालिटी और एथिकल चीजों पर ज्यादा ध्यान दिया जाता है. हमने सारे नॉर्म्स का ध्यान रखा है. भारत बायोटेक के साथ मिलकर आईसीएमआर ने भी एक वैक्सीन विकसित की है जो अभी ह्यूमन ट्रायल के दौर से गुजरने वाला है. ड्रग कंट्रोलर ऑफ इंडिया ने भी फेज वन और फेज टू वैक्सीन ट्रायल की अनुमति दे दी है. हम पहले ही फेज वन पूरा कर चुके हैं. किसी भी वैक्सीन को तैयार करने के लिए जो अंतरराष्ट्रीय स्तर पर गाइडलाइंस तय किए गए हैं उनका पूरा पालन किया गया है.

ICMR give clarification on corona vaccine trial and fixed date to launch it
प्रेस रिलीज
आईसीएमआर का ये है स्पष्टीकरणप्री क्लिनिकल ट्रायल पहले ही पूरे किए जा चुके हैं. फेज वन और फेज टू क्लिनिकल ट्रायल भी शुरू कर दिया गया है. अभी एक दिन पहले 3 जुलाई को आईसीएमआर की तरफ से जो लेटर जारी किया गया था. यह सिर्फ क्लिनिकल ट्रायल से जुड़ी फाइलों को फास्ट ट्रैक में पास कराने करने के लिए किया गया था. क्लिनिकल ट्रायल के लिए जो साइट तय किए गए हैं वहां पार्टिसिपेंट को एनरोल करने के लिए एक तिथि निर्धारित की गई है, ताकि सब कुछ डेडलाइन पर पूरा किया जा सके. अफसरशाही के चक्कर में पड़कर नेशनल इमरजेंसी से जुड़ी फाइलें किसी टेबल पर अटक ना जाए इसीलिए पहले ही चेतावनी जारी कर दी गई है. उस लेटर का मुख्य उद्देश्य वैक्सीन के ट्रायल से जुड़ी सारी फाइलें और परमिशन को जल्द से जल्द क्लियर करना है ताकि पॉपुलेशन बेस्ट ट्रायल और वैक्सीन की एफीकेसी की परख बिना देरी किए हो सके.
वैक्सीन विवाद पर ICMR का जवाब
'नियत पर सवाल उठना गलत'


प्रेस रिलीज के जरिए कहा गया है कि मेडिकल रिसर्च के फील्ड में आईसीएमआर दुनिया का एक प्रख्यात संस्थान है. दुनिया भर में इसकी एक अलग पहचान है. मेडिकल फील्ड की अंतराष्ट्रीय समुदायों का इस के रिसर्च पर भरोसा है. दुनिया भर की फार्मास्यूटिकल कंपनी वैक्सीन और ड्रग इंडस्ट्री में इसकी एक अलग पहचान है. इसीलिए इसकी नियत पर सवाल उठाना गलत है. भारत के सर्वश्रेष्ठ मेडिकल प्रोफेशनल और रिसर्चर पूरे प्रोफेशनल तरीके से काम करते हैं. आईसीएमआर भारत के लोगों के हितों को सबसे ऊपर रख कर चलता है.

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