नई दिल्ली : रमज़ान के पाकीज़ा महीने में दिल्ली हाईकोर्ट के आदेश के बाद हज़रत निज़ामुद्दीन मरकज़ को नमाज़ियों के लिए खोल दिया गया है. हालांकि हाईकोर्ट के आदेश के बाद हज़रत निज़ामुद्दीन मरकज़ प्रशासन को कुछ नियमों का पालन भी कराना होगा. जिसमें एंट्री और एग्जिट के लिए अलग-अलग दरवाज़े. मरकज़ में किसी विदेशी की एंट्री पर पूरी तरह पाबंदी लगा दी गई है. वहीं मरकज़ की सीढ़ियों पर सीसीटीवी लगाना जरूरी होगा. हज़रत निज़ामुद्दीन मरकज़ के बाहर दिल्ली हाईकोर्ट का निर्देश लिखा हुआ एक बोर्ड भी लगा हुआ है. साथ ही एंट्री और एग्जिट के बोर्ड भी लगे हुए हैं. वहीं कोरोना को ध्यान में रखते हुए मरकज़ में दाखिल होते ही सैनिटाइजर रखा गया है.
साल 2020 में तब्लीगी जमात के लोग हज़रत निज़ामुद्दीन मरकज़ में कोरोना संक्रमित (Covid Cases) पाए गए थे. जिसके बाद से ही कोविड नियमों का उलंघन करने के आरोप में हज़रत निज़ामुद्दीन मरकज़ को बंद कर दिया था. मरकज़ प्रबंधन समिति ने कोर्ट के सामने कहा था कि सभी दिशा-निर्देशों का सख्ती से पालन करवाया जाएगा. इसके साथ ही मरकज में भीड़ भी नहीं होने दी जाएगी.
एक नमाज़ी ने बताया कि काफी अच्छा लग रहा है, खुशी है. बीते 2 साल के बाद हज़रत निज़ामुद्दीन मरकज़ को पूरी तरह से आज खोल दिया है. आज यहां पर हर एक सावधानी बरती जा रही है. आने-जाने वाले लोगों का टेंपरेचर चेक किया जा रहा है. मास्क के साथ ही नमाज अदा करने की इजाजत दी गई है.
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नमाजियों ने लिए हज़रत निज़ामुद्दीन मरकज़ खुलने से लोगों में खुशी है. हालांकि बीते 2 साल में दूसरी बार हज़रत निज़ामुद्दीन मरकज़ को खोला गया है. इससे पहले शब-ए-बारात के मौके पर भी मरकज खोला गया था. अब उन्हीं शर्तों के साथ रमज़ान में भी हज़रत निज़ामुद्दीन मरकज़ को खोला गया है. दिल्ली मरकज में नमाज अदा करने के लिए पहुंचे शमीम खान ने बताया कि काफी अच्छा लग रहा है. पिछले 2 साल से असामाजिक तत्वों ने ऐसी अफवाह उड़ाई थी कि उसको लेकर मरकज को बंद कर दिया गया था. हाईकोर्ट के शुक्रगुजार हैं जिन्होंने आदेश दिया है. और उसके बाद मरकज को रमजान के पाक महीने में खोला गया है. उन्होंने अल्लाह से यही इबादत की है कि पूरे देश से कोरोना जैसी महामारी चली जाए और इसके अलावा सभी देशवासियों में भाईचारा बना रहे.