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हरितालिका तीज आज, जानें व्रत का महातम्य, विधि और शुभ मुहुर्त

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Published : Aug 30, 2022, 1:48 PM IST

haritalika teej 2022
हरितालिका तीज 2022

हिंदू धर्म में हरितालिका तीज का बड़ा महत्व है जिसमें महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र के लिए पूरे दिन निर्जल रहकर व्रत करती हैं. आइए आपको बताते हैं इस व्रत का महात्म्य, विधि और शुभ मुहुर्त. Haritalika teej vrat vidhi

नई दिल्ली: देश में मंगलवार को महिलाओं द्वारा हरितालिका तीज व्रत रखा जाएगा. हिंदू धर्म में इस व्रत का बहुत ही विशेष महत्व होता है. इस व्रत को महिलाएं अपने पति की लंबी आयु के लिए करती हैं. लेकिन लोगों में इस व्रत के नाम और इसकी विधि को लेकर लोगों में तरह-तरह की बातें होती रहती हैं. तो चलिए आज हम आपको न सिर्फ इसके नाम का अर्थ बताएंगे, बल्कि इस व्रत को करने का तरीका भी बताएंगे.

क्यों कहते हैं हरितालिका तीज?

हरितालिका शब्द, दो शब्दों के मेल हरित और तालिका से बना है. हरित का मतलब होता है हरना और तालिका का अर्थ होता है सहेलियां. मान्यता के अनुसार भगवान शिव की उपासना करने के लिए माता पार्वती की सखियां उन्हें हर ले गई थीं. इसलिए इस व्रत का नाम हरितालिका पड़ा. कहा जाता है कि जंगल में कठोर तप करने के बाद माता पार्वती ने भगवान शिव को पति के रूप में पाया था. भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया को किया जाने वाला यह व्रत अति महत्वपूर्ण और कठिन माना जाता है.

कैसे करें यह व्रत

इस व्रत में महिलाएं अन्न-जल का त्याग कर भगवान शिव और माता पार्वती को वस्त्र एवं श्रृंगार की वस्तुएं चढ़ाकर विधिवत पूजन अर्चन करना चाहिए. इस व्रत के दौरान महिलाओं को मन में शुद्ध विचार रखना चाहिए और पूजन कर भगवान शिव और माता पार्वती का ध्यान लगाना चाहिए. वहीं व्रत का अगले दिन पारण करने का विधान है. यह भी मान्यता है कि हरतालिका तीज व्रत एक बार शुरू करने पर इसे कभी नहीं छोड़ा नहीं जाता है. इस व्रत को हर वर्ष विधि-विधान से करना चाहिए. हरतालिका तीज व्रत में रात्रि जागरण भी किया जाता है. इस व्रत को करने से महिलाओं को अखंड सौभाग्य और जीवन में सुख-सुविधा एवं संपन्नता की प्राप्ति होती है. इस दिन प्रदोष काल में पूजन करना सबसे अच्छा माना जाता है.

व्रत का शुभ मुहुर्त

इस बार हरितालिका तीज का व्रत (hartalika teej 2022 vrat) उत्तम योग भी लेकर आ रहा है क्योंकि तीज पर इस बार हस्त नक्षत्र और शुभ योग बन रहा है. यह अति उत्तम नक्षत्र और योग माना जाता है. इस नक्षत्र में पूजन करने से सौभाग्य के साथ मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है. फिलहाल हरितालिका तीज में पूजन 30 अगस्त को 2:32 तक ही संपन्न होगा, क्योंकि इसके बाद तिथि नहीं मिल रही है. लेकिन व्रती महिलाएं व्रत का पारण 31 अगस्त की यानी बुधवार सुबह करेंगी.

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