नई दिल्ली /ग्रे. नोएडा: दिल्ली से सटे ग्रेटर नोएडा में 12 साल से फरार चल रहे आरोपी को पुलिस ने बीते रविवार को गिरफ्तार किया है. आरोपी हत्या और अपहरण के मामले में आजीवन कारावास की सजा काट रहा था और पैरोल पर छूटकर बाहर आया था. आरोपी अपनी संपत्ति बेचकर नाम बदलकर गैर जनपद में रह रहा था. जिसे पुलिस ने गाजियाबाद जनपद से गिरफ्तार किया और केंद्रीय कारागार आगरा भेजा दिया है.
ग्रेटर नोएडा के थाना सूरजपुर पुलिस ने पेरोल पर 12 साल से फरार अभियुक्त राजेंद्र को ग्राम खेड़ी थाना सूरजपुर के डिफेंस कॉलोनी थाना टीला मोड़ जनपद गाजियाबाद से गिरफ्तार किया है. गिरफ्तारी के बाद उसे केंद्रीय कारागार आगरा भेजा गया है.
आरोपी वर्ष 1981 में अपने भाइयों नरपत और रितिराम के साथ मिलकर पैसों के लेन देन के कारण सुनार रतिराम वर्मा को कुए में फेक कर हत्या कर डाली थी. साथ ही मृतक के बेटे का का अपहरण भी किया था. आरोपी पर इस संबंध में थाना दादरी में धारा 364, 302 भारतीय दंड संहिता के तहत मुकदमा पंजीकृत किया गया था. इस दौरान आरोपी को आजीवन कारावास की सजा हुई थी.
एडिशनल डीसीपी सेंट्रल जोन अंकुर अग्रवाल ने बताया कि वर्ष 2009 में अभियुक्त राजेंद्र पैरोल पर बाहर आया और ग्राम खेड़ी में अपनी समस्त चल और अचल संपत्ति को बेच कर पुलिस से छिपकर नाम बदलकर रहने लगा. काफी प्रयास के बाद भी पैरोल से फरार आरोपी राजेंद्र का कुछ पता नहीं चल रहा था.
लेकिन मुखबिर से सूचना मिलने पर पैरोल से फरार आरोपी राजेंद्र को अपनी पत्नी के साथ डिफेंस कॉलोनी थाना टीला मोड़ गाजियाबाद में अपना वास्तविक नाम बदलकर मास्कट के नाम से रह रहा था. इसके अन्य अपराधिक इतिहास के बारे में और जानकारी की जा रही है.